नीरज शर्मा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय दीपक का शव मिला था. दीपक की मौत गोली लगने की वजह से हुई थी. इस हत्याकांड का पुलिस ने आज (25 जनवरी) को खुलासा कर दिया है. दीपक हत्याकांड का खुलासा करते हुए बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार से बताया कि महेश, दिनेश पंडित उर्फ लाला और चंदन को खुर्जा पुलिस ने अगवाल तिराहे से गिरफ्तार किया है. तीनों हत्यारोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
आपको बता दें कि 22 जनवरी की सुबह दीपक का शव खुर्जा थाना क्षेत्र के नेहरूपुर चुंगी के पास एक खाली पड़े प्लाट में मिला था. उसे गोली मारी गई थी. दीपक के दादा महेशचंद ने महेश और एक अज्ञात में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करवाई थी. लेकिन महेश फरार चल रहा था. दीपक हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को रविवार की देर शाम सफलता हाथ लगी. खुर्जा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि मृतक दीपक और गिरफ्त में आए तीनों आरोपी आपस में काफी अच्छे दोस्त थे. पुलिस पूछताछ में महेश ने बताया कि घटना वाले दिन चारों ने खुर्जा नगर स्थित आरआर पेट्रोल पंप के पास चाय पी थी. इसी दौरान पैसे के लेनदेन को लेकर चारों में विवाद हो गया. विवाद बढ़ने पर तीनों आरोपियों द्वारा दीपक को तंमचे से एक गोली मार दी गई, जिससे वो घायल हो गया. घायल अवस्था में तीनों आरोपी दीपक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने लगे तभी रास्ते में दीपक ने कहा कि अगर वो बच गया तो वह तीनों को जान से मार देगा. इस बात पर तीनों आरोपियों द्वारा दीपक को एक गोली और मारकर उसकी हत्या कर दी और शव को नेहरूपुर चुंगी के पास खाली पड़े प्लॉट में फेंककर फरार हो गए थे।