ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र साइट-5 स्थित जगदंबा केमिकल फैक्टरी में मंगलवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। केमिकल फैक्टरी के टैंक को साफ करने के लिए उतारे गए दो लोगों की गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई। दोनों मृतक आपस में रिश्तेदार थे। परिजनों ने फैक्टरी के मालिक और ठेकेदार पर बिना सेफ्टी बेल्ट और मास्क के केमिकल टैंक में उतारने का आरोप लगाया है पुलिस ने मामले में फैक्टरी मालिक और ठेकेदार पर केस दर्ज कर लिया है।
बांदा जिला निवासी रविंद्र ने बताया कि मंगलवार रात क्षेत्र साइट-5 स्थित केमिकल फैक्टरी का ठेकेदार हेमंत उनके घर पर बुलाने आया था । रविंद्र और उनके अन्य रिश्तेदार फैक्टरी के पास ही किराए पर कमरे लेकर रहते हैं। हेमंत ने उनसे कहा कि थोड़ी देर के लिए फैक्टरी में चल कर काम करना है।
पहले दिया पैसों का लालच फिर अड़े जिद पर
ठेकेदार हेमंत रविंद्र, उसके मौसा रामभेष, मौसेरा भाई पंकज और रमेश को 6000 रुपये का लालच देकर फैक्टरी में बुलाकर ले गया। ठेकेदार और फैक्टरी मालिक सुरेंद्र गुप्ता ने चारों से केमिकल टैंक की सफाई के लिए कहा। आरोप है कि चारों के इनकार करने पर भी वह जिद पर अड़ गए। उन्होंने कहा कि पहले भी वह कई बार टैंक की सफाई करा चुके हैं इसमें कोई परेशानी नहीं होती।
ठेकेदार और फैक्टरी मालिक ने बिना सेफ्टी बेल्ट और मास्क दिए रामभेष और पंकज को टैंक में उतार दिया कुछ मिनटों में ही दोनों बेहोश हो गए। उन्हें बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने ठेकेदार और फैक्टरी मालिक पर आरोप लगाकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
जान पर खेलकर जान बचाने उतरा रविंद्र
बताया गया है कि मौसा और मौसेरे भाई की जान बचाने के लिए रविंद्र अपनी जान पर खेलकर टैंक में उतर गया। लेकिन उतरते ही जहरीली गैस से उसकी भी हालत बिगड़ने लगी। इसके चलते रविंद्र तुरंत समय रहते बाहर निकल आया और उसकी जान बच गई।