ग्रेटर नोएडा। एनसीआर में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण स्तर पर लगाम लगाने के लिए कमिशन ऑफ एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की ओर से आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर डीजल, पेट्रोल और केरोसिन से चलने वाले जनरेटर सेट के उपयोग पर रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं। डीजी सेट पर रोक से शहर की ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों में रहने वाले लोगों की समस्या बढ़ गई है। बिजली कटौती की वजह से घर से काम करने वाले और ऑनलाइन क्लास लेने वाले लोगों की परेशानी बढ गई है। ग्रेनो वेस्ट की कई सोसाइटियों में आए दिन बिजली ट्रिपिंग की समस्या का लोग सामना कर रहे है।
बता दें कि इस दौरान जेनरेटर चलाने की छूट सिर्फ अस्पतालों, रेलवे और आवश्यक सेवाओं को मिलेगी। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत इस बार सर्दियों में पूरे दिल्ली-एनसीआर में डीजल जेनरेटर बंद रहेंगे। दरअसल, इस तरह का प्रतिबंध पिछले वर्ष भी लगाया गया था, लेकिन कुछ राज्य सरकारों ने इसमें छूट देने की मांग की थी। तब तर्क यह दिया गया कि कई आवासीय कॉलोनियां और व्यावसायिक प्रतिष्ठान ऐसे हैं, जो बिजली के लिए पूरी तरह से डीजल जेनरेटर सेट पर ही निर्भर हैं। इस फैसले से सोसाइटियों के साथ ही मॉल, फैक्टियों और उद्योग संचालकों की समस्या बढ़ना तय है। ऐसे में ग्रेनो वेस्ट और ग्रेनो की बिजली सप्लाई बाधित होने की वजह से घर से काम करने वाले लोगों के लिए दिक्कतें खड़ी होना तय है। ग्रेनो वेस्ट में 200 से अधिक सोसाइटी हैं, जिनमें डीजी सेट हैं, ऐसे में डीजी सेट बंद होने की वजह से लाखों परिवारों को परेशानी तय है।