चंडीगढ़। शहर में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढाेतरी हो रही है। महामारी को लेकर शहरवासियों के मन में डर का माहौल है। वे प्रशासन से अपने एरिया में सैनिआइजेशन किए जाने की मांग कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण ज्यादा है, जहां कंटेनमेंट जोन बने हुए हैं, वहां नियमित रूप से सैनिटाइजेशन किया जाए। पिछले साल प्रशासन नियमित रूप से सैनिटाइजेशन करवाया था। इस साल प्रशासन लोगों को सावधानी रखने के लिए कह रहा है लेकिन खुद लापरवाही बरत रहा है।
विशेषज्ञ कोरोना वायरस की दूसरी लहर को पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक बता चुके हैं, फिर भी प्रशासन ने अभी तक किसी भी कंटेनमेंट जोन या शहर में कहीं और सैनिटाइजेशन करने की जहमत नहीं उठाई है। किसी भी सेक्टर में सैनिटाइजेशन नहीं किया गया है। लोगों में प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर काफी रोष व्याप्त है। लोगों का है यह कहना शहर में रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन की ओर से इसकी रोकथाम के लिए कोई भी कड़ा कदम नहीं उठाया जा रहा है।
जनवरी से लेकर अब तक एक शहर में कहीं एक भी बार सेनिटाइजेशन नहीं किया गया है। क्या प्रयाासन की यह जिम्मेवारी नहीं बनती कि वो संक्रमित जगहों के अलावा शहर में सेनिटाइजेशन करवाएं
– दविंदर कौर, निवासी सेक्टर-20
मेरी प्रशासन से अपील है कि वो भी अपने स्तर कोई फैसला ले। बैठकों में कोई भी ऐसा निर्णय नहीं लिया जा रहा है जिसका हम स्वागत कर सकें। बाजारों में भीड़ दिख रही है। पुलिस या प्रशासन भीड़ रोकने में असफल है। इस हालात में हम कैसे उम्मीद कर सकते है कि कोरोना की जंग में जीत होगी।
– मनप्रीत कौर, निवासी सेक्टर-37
बदतर हालात में प्रशासन काे मार्केट और रिहायसी इलाकों में पहले की तरह सैनिटाइजेशन करना चाहिए। हम लोग घर को तो सैनिटाइजर या फिर कोई दूसरे लिक्विड से डिसइंफेक्ट कर लेते हैं, लेकिन बाहर के हालात देखने के लिए प्रशासन कोई ठोस रणनीति बनाने की जरूरत है, जोकि अभी तक नहीं बनी है।
– रचना कुमार, निवासी डीएमसी कॉलोनी, सेक्टर-38
कोरोना केस बढ़ रहे हैं और प्रशासन सिर्फ तमाशा देख रहा है। लोगों को सावधनी बरतने की नसीहत हर कोई दे रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर काम शून्य के बराबर है। कोरोना की दूसरी लहर पहली के मुकाबले ज्यादा खतरनाक और जानलेवा है। बावजूद इसके प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
– भारती, निवासी सेक्टर-36डी
25 अप्रैल को किसी मित्र के बीमार होने पर आपातकालीन सरकारी अस्पताल सेक्टर-16 जाना पड़ा। अस्पताल की व्यवस्था देखकर मन बहुत विचलित हुआ। एक तरफ तो प्रशासन लोगों को शारीरिक दूरी, फेस मास्क और सैनिटाइजर इस्तेमाल करने की सलाह दे रहा है तो दूसरी तरफ अस्पताल में आमजन के इस्तेमाल के लिए कहीं पर भी सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं थी।
– अनुज कुमार सहगल, अध्यक्ष, मार्केट सेक्टर-36
अगर कोरोना को हराना है तो प्रशासन को सख्त निर्णय लेने पड़ेगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई सख्ती देखने को नहीं मिल रही है। जो लोग काेरोना नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती से पेश आना चाहिए। केवल चालान करके छोड़ देने से कुछ हासिल नहीं होगा।
– पुष्पिंदर जीत सिंह, निवासी, सेक्टर-23
पिछली बार हमारे पास सैनिटाइजेशन के लिए काफी ऑर्डर आए थे लेकिन इस बार सिर्फ 10 फीसद ही ऑर्डर आए हैं। लोग अपने घरों को खुद भी सैनिटाइज कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें 25 लीटर का हाइड्रोक्साइड पंप लेना होगा। यह केवल 1300-1400 रुपये में आता है।
– वरिंदर गुलेरिया, सैनिटाइजर निर्माता