नई दिल्ली। संसद भवन परिसर में धरना पर बैठे राज्यसभा सांसदों के लिए सुबह की चाय लेकर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पहुंचे। सदन से सस्पेंशन के विरोध में ये सांसद परिसर स्थित गांधी मूर्ति के सामने धरना दे रहे थे। दरअसल, सोमवार को राज्यसभा में ऐसा दृश्य था जो पहले शायद ही कभी देखने को मिला हो,सांसदों ने कृषि विधेयक के विरोध में वेल में आकर हंगामा किया और रूल बुक फाड़ने की कोशिश की थी।
8 सांसदों को किया गया निलंबित
निलंबित सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन व डोला सेन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव साटव, सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा और सीपीआई (एम) से केके रागेश और एल्मलारान करीम शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि विपक्ष ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था जिसे सभापति वैंकेया नायडू ने खारिज कर दिया।
सांसदों का निलंबन अलोकतांत्रिक: कांग्रेस
सांसदों के निलंबन को अलोकतांत्रिक कदम बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पहले तो सांसदों को बोलने का मौका नहीं दिया और उसके बाद निलंबित करने का फैसला कर दिया गया। वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सरकार का बचाव किया और कहा कि राज्यसभा में सरकार को स्पष्ट बहुमत हासिल था।
110 सांसद कर रहे थे विधेयक का समर्थन
रविशंकर ने कहा कि रविवार को राज्यसभा में 110 सांसद कृषि बिल का समर्थन कर रहे थे जबकि केवल 72 सांसद इसका विरोध कर रहे थे। रविशंकर ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि उनका एजेंडा सदन को बिल पास करने से रोकना था।