हल्द्वानी : आज दोपहर तक सल्ट के सियासी संग्राम का परिणाम निकल जाएगा। चुनावी मैदान में सात प्रत्याशी थे। मगर हार-जीत का फैसला भाजपा व कांग्रेस के बीच में होगा। बात मतदान की करें तो 2012 व 2017 के आम चुनाव के मुकाबले 2020 में हुए इस चुनाव में सबसे कम वोटिंग हुई है। राष्ट्रीय दलों के दिग्गज भी जनता को बूथ तक लाने में कामयाब नहीं रहे। जिस वजह से महज 43.28 फीसद वोटिंग हुई। यानी 20 प्रतिशत के आसपास वोट पाने वाला उम्मीदवार बाजी मार जाएगा।
भाजपा विधायक सुरेंद्र जीना की मौत के बाद 17 अप्रैल को सल्ट में उप चुनाव हुआ था। भाजपा ने सुरेंद्र जीना के भाइ्र्र महेश जीना व कांग्रेस ने गंगा पंचोली पर दाव खेला। गंगा पिछले चुनाव में कम वोटों से हारी थी। और हरीश रावत की करीबी मानी जाती है। हालांकि, मतदान प्रतिशत की बात करें तो 2012 में 51.99 प्रतिशत व 2017 में 45.74 व इस उप चुनाव में सिर्फ 43.28 फीसद लोग ही मतदान को पहुंचे थे।
इन्होंने लड़ा चुनाव
महेश जीना भाजपा, गंगा पंचोली कांग्रेस, जगदीश चंद्र उपपा, शिव सिंह सवर्जन दल, नंदकिशोर पीपल्स पार्टी डेमोक्रटिव, पान सिंह रावत निर्दल व सुरेंद्र सिंह निर्दल।
फैसला देगा कई फैसले
भाजपा व कांग्रेस दोनों ने उप चुनाव को 2022 का सेमीफाइनल मान पूरी मजबूती के साथ लड़ा। भाजपा का पूरा संगठन महेश के लिए एकजुट दिखा। वहीं, गंगा पंचोली के लिए कांग्रेस प्रभारी समेत अन्य डटे रहे। हालांकि, पूर्व विधायक रणजीत रावत की बयानबाजी ने कांगे्रस को कुछ असमंजस में जरूर डाला। लिहाजा, माना जा रहा है कि सल्ट का परिणाम कई फैसले भी लाएगा।