बिहार । नियोजित शिक्षको को नीतिश कुमार का चुनाव के समय सेवा शर्त देना चुनाव को घ्यान मे रखकर दिया गया है।इस साल बिहार मे विधान सभा का चुनाव होना है। सरकार ने शिक्षको का अपमान किया है। यह वेतन अगले साल अप्रैल माह 2021 से मिलेगा। मतलब साफ है। बिहार चुनाव मे शिक्षको के वोट को कैसे अपनी तरफ लिया जाए सारण जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार ने कहा कि पुरे बिहार मे लगभग साढे तीन लाख नियोजित शिक्षक अपनी सेवा देने काम कर रहे है।बिहार मे वर्षो से नियोजित शिक्षक धरने पर थे । लेकिन नितिश कुमार को सुनाई नही दिया।
एक धटना और मै आपको याद दिलाता हू 5 सितम्बर के दिन यानि शिक्षक दिवस के दिन पुरे बिहार के शिक्षक पटना गर्दनीबाग मे अपनी मांग को लेकर धरना दे रही थी । तो इसी सरकार ने शिक्षक दिवस के दिन शिक्षको पर लाठी चलवाने का काम किया था ये शिक्षको वर्तमान सरकार को आगामी चुनाव मे जरुर याद दिलाने का काम करेगी
उक्त बाते भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी के प्रदेश यूवा प्रधान महासचिव शंकर कुमार मेहता ने प्रेस रिलिज जारी कर कहा है।
बिहार के शिक्षको का नितिश ने माजक उडाने का किया है।शिक्षको को वेतनमान देना ही तो इसी माह से क्यो नही। नितिश को साफ दिखने लगा है कि इस साल सरकार गिरने वाली है । तभी साढे तीन लाख बिहार के निय़ोजित शिक्षको को सेवा शर्त मान लिया है।