कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के नेता व केंद्रीय मंत्री लगातार बंगाल के विभिन्न जिलों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी घर-घर जा रहे हैं। सोमवार को उन्होंने महानगर से सटे पानीहाटी विधानसभा में डोर टू डोर जनसंपर्क के दौरान ममता सरकार पर निशाना साधा। शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार की 80 योजनाओं से बंगाल की 4 करोड़ से ज्यादा जनता को वंचित रखने का कार्य ममता दीदी ने की है। शेखावत ने आम लोगों से मिलकर केंद्रीय योजनाओं की विस्तार से चर्चा की।
स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़ों के लिए 80 से ज्यादा योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन ममता सरकार ने इन योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार ने 7वीं किश्त के पैसे को भेजना शुरू कर दिए हैं, लेकिन इस लाभ से बंगाल के 76 लाख किसान वंचित हैं। करीब 4200 करोड़ रुपये से बंगाल के किसानों को वंचित करने का काम ममता दीदी ने किया है। बंगाल के लोग पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की आयुष्मान योजना के लाभ से भी वंचित हैं। ठेले, रेहड़ी वाले, कूड़ा एकत्र करने वाले, रिक्शा चालक समेत करोड़ों लोगों को लाभ नहीं मिल सका है। इन 4 करोड़ लोगों को वंचित रखने का काम ममता दीदी ने किया है। यह भी तब है, जब प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी भी ममता बनर्जी के ही पास है।
डोर-टू-डोर जनसंपर्क के दौरान स्थानीय और क्षेत्र के कई गणमान्य लोगों ने ‘दीदी शासन’ पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार सभी योजनाओं को बिना किसी भेदभाव के लागू करने का काम कर रही है, वहीं पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने इन योजनाओं से प्रदेश की जनता को वंचित कर दिया है।