नोएडा। नोएडा में बनने वाले हैलीपोर्ट को शासन ने अनुमति दे दी है। हैलीपोर्ट सेक्टर-151 ए में पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। बैठक में पीपीपी बिड मूल्यांकन समिति के नामित सदस्य अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग व उनके प्रतिनिधि प्रमुख सचिव न्याय विभाग थे। उनके समक्ष योजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। प्राधिकरण की ओर से मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी, एसीईओ और सलाहकार कंपनी राइट्स मौजूद रही।
जिस कंपनी को संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी। वह 30 साल तक इसका संचालन और अनुरक्षण कार्य करेगी। प्राधिकरण को भूमि लाइसेंस शुल्क और राजस्व शेयर (प्रति यात्री रुपए) का भुगतान किया जाएगा। सीईओ ने निर्देशित किया कि जल्द से जल्द निविदा आमंत्रित की जाए।
हैलीपोर्ट परियोजना को पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा। इसे 9.35 एकड़ जमीन पर विकसित किया जाएगा। 43.13 करोड़ रुपए खर्च कर किए जाएंगे। इसका डिजाइन बेल 412 (12 सीटर) के अनुसार तैयार किया गया है। हैलीपोर्ट में 5 बेल 412 के पार्किंग एप्रान की सुविधा होगी। इस हैलीपोर्ट में वीवीआईपी या आपातकाल के समय 26 सिटर एमआई 172 भी उतारा जा सकेगा। हैलीपोर्ट में 5०० वर्गमीटर में टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा जो कि 2० यात्रियों के आने जाने के लिए संचालन के लिए होगा।
उक्त हैलीपोर्ट में हेलीकॉप्टर का संचालन केवल दिन में ही किया जाएगा। इसमे इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, फायर स्टेशन, आंतरिक सड़क, एसटीपी भी होगा। सामरिक और भौगोलिक दृष्टि से सेक्टर-147 मेट्रो स्टेशन से इसकी दूरी 3 किमी , यमुना एक्सप्रेस वे से इसकी दूरी 7 किमी और जेवर एपरपोर्ट से दूरी 47 किमी की होगी। आईजीआई से 51 किमी की होगी दूरी।
यहा हैलीपेड के साथ एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर 15 मीटर ऊचा और 5० कारों की पार्किंग भी बनाई जाएगी।