नीरज शर्मा की खबर
बुलन्दशहर : डीएम रविन्द्र कुमार ने सोमवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल के पर्ची काउन्टर पर महिला एवं पुरूष में पास-पास खड़े होने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को निर्देश दिये कि लाउडस्पीकर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराये जाने के लिए निरन्तर एनाउन्समेन्ट कराया जाये। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों के संबंध में रिकार्डिंग मैसेज को भी चलाया जाये। उन्होंने ओपीडी कक्ष के बाहर बनाये गये कोविड हेल्प डेस्क का निरीक्षण करते हुए तैनात कर्मी को निर्देश दिये कि मरीजों का थर्मल स्कैंनिंग से टेम्प्रेचर लेते हुए पंजिका में नाम, मोबाइल नम्बर सहित दर्ज किया जाये। संदिग्ध मरीजों का कोविड टेस्ट करवाकर पॉज़िटिव आने पर तत्काल उपचार हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये। ओपीडी में एन्टी रैबिज कक्ष के बाहर अत्यधिक भीड़ होने पर डीएम ने कक्ष में जाकर डाॅक्टर से उपचार संबंधी आवश्यक जानकारी हासिल की। उन्होंने लाइन में पास-पास खड़े मरीजों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराये जाने के लिए सीएमएस को निर्देश दिये। इस मौके पर एक एन्टी रैबिज के उपचार के लिए तथा 02 छोटे बच्चों के बुखार से पीड़ित मिलने पर डीएम ने उनसे स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी हासिल करते हुए सीएमएस को तत्काल बच्चों को उपचार दिलाय जाने के निर्देश दिये।
डीएम ने इमरजेन्सी कक्ष का निरीक्षण करते हुए कोविड हेल्प डेस्क पर रजिस्टर नहीं होने पर निर्देश दिये कि इमरजेन्सी कक्ष में आने वाले प्रत्येक मरीज की थर्मल स्कैंनिंग से स्वास्थ्य जांच करते हुए उनके संबंध में नाम, मोबाइल नम्बर सहित विस्तृत जानकारी दर्ज की जाये। उन्हांेने इमरजेन्सी में आज आये मरीजों के संबंध में जानकारी हासिल की। जिला अस्पताल में अत्यधिक मरीजों की भीड़भाड को देखते हुए जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सीएमएस को निर्देश दिये कि ओपीडी कक्ष में मरीजों के मध्य सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराये जाने के लिए अस्पताल के अन्य कक्षों में उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये।
डीएम ने अस्पताल परिसर में कोविड कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए कन्ट्रोल रूम में कोविड से संबंधित प्राप्त शिकायतों के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की। साथ ही कन्ट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों पर तत्काल उपचार संबंधी कार्यवाही किये जाने के बारे में संबंधित व्यक्ति को फोन करते हुए उन्हें उपचार/स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराये जाने का सत्यापन भी किया गया। इस अवसर पर सीएमओ डाॅ0 भवतोष शंखधर, सीएमएस उपस्थित रहे।