ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के शिलान्यास से पहले की सारी प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) ने मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के साथ वित्तपोषण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। परियोजना के लिए तीनों के बीच एस्क्रो बैंक खाता भी खुला है। परियोजना में लगाने के लिए पैसा इसी खाते में आएगा।
जेवर एयरपोर्ट के लिए मंगलवार को फाइनेंसियल क्लोजर (सब्सटीट‘यूशन एग्रीमेंट और एस्क्रो एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर हो गए। यमुना प्राधिकरण के दफ्तर में हुए समझौते में नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, निदेशक नागरिक उड्डयन बिशाक जी अय्यर, वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिसटोफ शेलमन, सीडीओ निकोलस शेंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एजीएम बृजेंद्र सिंह राठौर ने दस्तखत किए। अब शिलान्यास के पहले की सारी प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब कभी भी शिलान्यास हो सकता है।
स्टेट बैंक ने जेवर एयरपोर्ट के लिए 3,725 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी वाईआईएपीएल है। जेवर एयरपोर्ट के विकास में वह 2005 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। परियोजना को 65:35 के अनुपातिक आधार पर ऋण-इक्विटी वित्त पोषित किया जा रहा है।
वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के विकास के लिए एसबीआई और नियाल के साथ वित्तपोषण समझौतों पर हस्ताक्षर हो गए हैं। वह अपने सभी भागीदारों के साथ एयरपोर्ट के विकास की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह साझेदारी उत्तर प्रदेश में आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देगी। नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि वित्तीय उपलब्धि परियोजना के लिए मील का पत्थर है। यह एयरपोर्ट गुणवत्ता, दक्षता, प्रौद्योगिकी में सबसे अलग रहेगा। इस एयरपोर्ट में अक्षय ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा। यह एयरपोर्ट भारतीय संस्कृति और आतिथ्य को स्विस तकनीक और दक्षता के साथ जोड़कर एक आधुनिक व उपभोक्ता-प्रथम डिजाइन विकसित करेगा। यह भारत में पूरी तरह से डिजिटल एयरपोर्ट होगा। उन्होंने कहा कि यह परिवारों, बुजुर्गों के लिए संपर्क रहित यात्रा और व्यक्तिगत सेवाएं देगा।