जापान की राजधानी टोक्यो में 24 अगस्त से शुरू होने वाले पैरालंपिक खेलों में गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई भाग लेंगे। उनका ओलंपिक के लिए गुरुवार को चयन हो गया है। वह दुनिया में तीसरे नंबर के बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। सुहास एलवाई 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं।
एक आम खिलाड़ी से इतर सरकारी फाइलों से जूझने वाले अफसर के लिए राज्य या बहुत ज्यादा राष्ट्रीय स्तर तक खेल पाना ही संभव हो पता है, लेकिन प्रदेश के आईएएस अफसर और गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई ने इतिहास रचते हुए टोक्यो पैरालंपिक गेम्स के लिए अपना टिकट कटा लिया है।
उन्हें एसएल-3 (स्टैंडिंग लोअर) कैटेगिरी में इंटरनेशनल रैंकिंग (3) का फायदा मिला, जिसकी बदौलत वे 24 अगस्त से पांच सितंबर तक होने वाले पैरालंपिक खेलों में भाग लेने जाएंगे। संभवत: सुहास देश के पहले आईएएस अफसर होंगे जो पैरालंपिक जैसे बडे़ मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आएंगे।
हालांकि बीते दो सालों में कोरोना संक्रमण के चलते सुहास का अधिकतर समय नोएडा में स्थितियां सुधारने में बीता। उन्होंने अपना आखिरी टूर्नामेंट ब्राजील ओपन (जनवरी 2020) और पेरू ओपन (फरवरी 2020) के रूप में खेला जहां वे स्वर्ण जीतने में कामयाब रहे। इसी प्रदर्शन के आधार उनकी वर्ल्ड रैंकिंग तीन आ गई।
इसके बाद सुहास कोई भी टूर्नामेंट नहीं खेल सके, लेकिन वर्ल्ड रैंकिंग ने उन्हें पैरालंपिक खेलों का टिकट दिला दिया। अमर उजाला से खास बातचीत में सुहास एलवाई ने बताया कि ईश्वर की कृपा की बदौलत पैरालंपिक खेल पाने का अवसर मिला है। कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी नोएडा पोस्टिंग में ट्रेनिंग लगभग छूट सी गई थी, लेकिन इस दौरान अपनी फिटनेस को लेकर लगातार सजग रहा।
वर्तमान में स्थितियां नियंत्रण में है। इसलिए थोड़ी बहुत ट्रेनिंग कर पा रहा हूं। पैरालंपिक खेलने को लेकर गर्व महसूस कर रहा हूं। अब मेरा लक्ष्य यहां देश को पदक दिलाने का है, जिसके लिए ट्रेनिंग शेड्यूल को निर्धारित कर लिया है।