ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके में बहन की आबरू की खातिर ट्रिपल मर्डर की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्याकांड में पुलिस ने 5 आरोपियों को आला कत्ल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ग्रेटर नोएडा में बहन की आबरू का बदला लेने की आग में एक युवक ने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर ट्रिपल मर्डर के जैसी जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे डाला। ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना इलाके के सेक्टर ओमिक्रोन 2 में 20 जुलाई की रात को 5 लोगों ने दस्तक दी लेकिन इन लोगों के खौफनाक इरादों को मृतक मंजू का परिवार समझ पाता उससे पहले ही ये लोग इंतकाम की आग में परिवार की मुखिया मंजू की हत्या कर बैठे। मंजू की हत्या करने के चश्मदीद बने उसके बेटे कृष्णकांत और बेटी प्रियंका को भी आरोपी मनीष और उसके साथियों ने सर पर एक के बाद एक कई गहरे प्रहार कर मौत की नींद सुला दिया। मृतक मंजू का शव तो घर में ही पड़ा रह गया लेकिन सभी आरोपियों ने मृतक मंजू के ही घर पर खड़ी एक गाड़ी में बेटे कृष्णकांत और बेटी प्रियंका का शव रखकर ग्रेटर नोएडा की बिलासपुर नहर में फेंक दिया। इसके अलावा सभी आरोपियों ने घर में रखें कुछ जेवरात भी साथ ले गए और मौके से फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही 21 जुलाई की सुबह पुलिस मृतक मंजू के घर सेक्टर ओमिक्रोन 2 में पहुंच गई घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस का शक मंजू के पति पर भी गया क्योंकि पिछले कई सालों से मंजू अपने पति से अलग रह रही थी। लेकिन पुलिस की गुत्थी लगातार उलझ गई क्योंकि बेटा और बेटी के अलावा गाड़ी भी घर से गायब थी। पुलिस की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ी तो पुलिस के हाथ अहम सुराग लगते चले गए। पुलिस को पता लगा कि कृष्णकांत का उसके ही दोस्त मनीष से कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था। पुलिस ने काम करना शुरू किया तो मनीष ने पूरी घटना का पर्दाफाश कर दिया। घटना के पीछे आरोपी मनीष ने बताया कि कृष्णकांत उसकी बहन पर बुरी नजर रखता था जिसके लिए कई बार उसके घर पर शिकायत भी की थी। मृतक के परिवार ने मनीष की शिकायत पर गंभीरता नहीं दिखाई और कई बार उसे पुलिस से जेल भिजवाने की धमकी दी। बहन की आबरू के खातिर मनीष लगातार बदले की आग में झुलस रहा था इसी वजह से उसने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर जोकि उसी के साथ स्कूल में पढ़ते थे इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे डाला। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृतक कृष्णकांत उसका करीबी दोस्त था लेकिन कई बार मना करने के बाद भी कृष्णकांत अपनी हरकतों से बाज नहीं आया जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ा।
हत्याकांड से पर्दा उठाने के बाद पुलिस ने पूरी घटना का खुलासा कर दिया है लेकिन आरोपियों ने जिस तरह से पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया वह जरूर लोगों के जेहन में कई सवाल छोड़ता है क्योंकि साथ रहने वाला ही अगर पूरे परिवार के खात्मे की तैयारी कर ले तो फिर आखिर विश्वास किस पर किया जा सकता है। लेकिन आरोपी मनीष ने जिस तरह से हत्याकांड को अंजाम दिया है उस पर उसे जरा भी अफसोस नहीं है। पुलिस ने मृतक कृष्णकांत का शव सोमवार की शाम दनकौर की एक नहर से बरामद कर लिया था लेकिन कृष्णकांत की बहन प्रियंका का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने प्रियंका की हत्या करने का भी जुर्म कबूल कर लिया है।फिलहाल पुलिस की कई टीम मृतक प्रियंका के शव की तलाश में जुटी है और जल्द ही बरामद करने का दावा कर रही है लेकिन इस हत्याकांड के बाद जिस तरह से कॉलेज में पढ़ने वाले कम उम्र के युवकों ने इतने बड़े हत्याकांड को अंजाम दे दिया वह वाकई आजकल के नौजवानों की मानसिकता का परिचय दे रही है कि स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली नौजवान जरा से आक्रोश में इतनी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने में जरा भी हिचक नहीं महसूस करते हैं।