नई दिल्ली। कुलथी दाल की खेती तकरीबन देश के सभी हिस्सों में की जाती है। अंग्रेजी में इसे हार्स ग्राम कहा जाता है। आयुर्वेद में कुलथी दाल का इस्तेमाल सदियों से किया जाता है। इसका उपयोग करने से पथरी यानी किडनी स्टोन में आराम मिलता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। मधुमेह के मरीजों के लिए भी कुलथी दाल किसी वरदान से कम नहीं है। कई शोधों में साबित हो चुका है कि कुलथी दाल शुगर कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। अगर आप मधुमेह के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो डाइट में कुलथी दाल जरूर शामिल करें। कई शोधों में साबित हो चुका है कि शुगर के मरीजों को रोजाना कुलथी दाल का सेवन करना चाहिए। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
शुगर कंट्रोल होता है
रिसर्च गेट पर छपी एक लेख में कुलथी दाल के फायदे को बताया गया है। शोध की मानें तो कुलथी दाल में 22 से 24 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है। यह इंसान और पशु दोनों के लिए फायदेमंद है। वहीं, साल 2005 की एक शोध के अनुसार, कुलथी दाल में 50 से 60 फीसदी कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। साथ ही कार्बोहाइड्रेट में स्टार्च और फाइबर पाया जाता है। कुलथी दाल में नॉन डायजिस्टिबल कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे रक्त में शुगर की कम मात्रा रिलीज होती है। इसके लिए डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों को कुलथी दाल सेवन करने की सलाह देते हैं।
पथरी में मिलता है आराम
एक्सपर्ट्स की मानें तो पथरी के मरीजों को रोजाना कुलथी दाल का सेवन करना चाहिए। इसके लिए दाल बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, रात में कुलथी दाल को पानी में भिगोकर रख दें। अगली सुबह को खाली पेट दाल को अच्छी तरह से पीसकर सेवन करें। इसके अलावा, जौ को रात में भिगोकर रख दें। अगली सुबह को पीसकर इसका सेवन करें। इससे पथरी में आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।