बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे के बाद कानपुर के राजकीय बालिका गृह का मामला तूल पकड़ रहा है। बालिका गृह मामले की निष्पक्ष जांच की मांग हो रही है। आम आदमी पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह के आदेश पर प्रदर्शन कर रही है। गाजियाबाद में भी आम आदमी पार्टी ने गाजियाबाद प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया है।
वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा विश्व पहले ही लड़ रहा है। ऐसी विकट परिस्थितियों में कानपुर के राजकीय बालिका गृह का मामला कई सवाल खड़े करता है। जहाँ लड़कियों की सुरक्षा की बात कही जाती है वही कानपुर के बालिका गृह में भी लड़किया सुरक्षित नही है। बालिका गृह लड़कियों को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए स्थापित किये गये है। लेकिन बालिका गृह वर्तमान समय मे अनाथ, बेसहारा और मजबूर बच्चियों की इज़्ज़त के खिलवाड़ करने का अड्डा बन चुके हैं। बालिका गृह की लड़कियां के साथ हुई घटना शर्मनाक है। इससे पहले भी देवरिया महिला संरक्षण गृह और मुज़फ्फरपुर बालिका गृह में ऐसे मामले सामने आ चुके है।
तरुणिमा श्रीवास्तव (प्रदेश प्रवक्ता आम आदमी पार्टी)
आम आदमी पार्टी चाहती है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच हाइकोर्ट की निगरानी में गठित SIT के द्वारा की जाए।इस घटना के दोषियो को कठोर दंड दिया जाये ताकि ऐसे घिनौने कृत्य की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।पीड़िताओं के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए तथा उनके भविष्य को सुरक्षित एवं संरक्षित किया जाये।