लखनऊ। दिल्ली में पकड़े गए आइएसआइएस से जुड़े आतंकी अबू यूसुफ को लेकर दिल्ली पुलिस शनिवार रात उतरौला तहसील के बढय़ा भैसाही गांव पहुंची। वहां से पटाखों का काम करने वाले दो और लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उसके गांव के एक तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाले दो जैकेट और कुछ विस्फोटक मिले हैैं। यूसुफ की गांव की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस पर हमले के बाद उसका निशाना अयोध्या थी। अयोध्या के निकट ही उसका घर होने की वजह से भी ऐसी साजिश की आशंका को बल मिला है।
क्षेत्र के हासिमपारा बाजार में कॉस्मेटिक की दुकान चलाने वाला मुस्तकीम उर्फ अब्दुल यूसुफ लगभग चार वर्ष पहले विदेश में प्लास्टर ऑफ पेरिस का काम करता था। वहां चोटिल हो जाने के बाद यहां आकर दुकान करने लगा। परिवार में सबसे बड़ा मुस्तकीम है, जबकि दो भाई हसीब व हकीम कतर में रहते हैं। छोटा भाई अकीम अभी पढ़ाई कर रहा है। मुस्तकीम अपनी कास्मेटिक्स की दुकान में कम ही बैठता था। दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस की टीम ने सुबह से ही गांव में डेरा डाल लिया था। रात करीब आठ बजे दो गाडिय़ों से एटीएस व दिल्ली पुलिस उसे लेकर गांव पहुंची। बढय़ा भैसाही व आसपास के गांवों में उसकी क्या गतिविधियां है, इसकी पड़ताल की जा रही है। साथ ही घटना को अंजाम देने के लिए विस्फोटक व अन्य सामग्री गांव में छुपाकर तो नहीं रखा है, इसकी भी टोह टीमें ले रहीं हैं। चर्चा है कि यूसुफ ने गांव के कब्रिस्तान में करीब दो माह पहले विस्फोटक का ट्रायल किया था। दिल्ली पुलिस ने उतरौला के गोंडा मोड़ स्थित गांधीनगर मुहल्ले में रहने वाले दो पटाखा बनाने वालों को उठाया। उनसे एक कमरे में यूसुफ को आमने-सामने कर पूछताछ की जा रही है, लेकिन कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब दो वर्ष पूर्व एक सेटेलाइट फोन बरामद हुआ था जिसकी जांच पड़ताल के बाद मामला ठंडा हो गया था। अब आतंकी के तार जिले से जुड़े होने के माना जा रहा है कि वह फोन यूसुफ का ही था। अपर पुलिस अधीक्षक अरङ्क्षवद कुमार मिश्र ने बताया कि आतंकी की निशानदेही पर घर के पास स्थित तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाले दो जैकेट बरामद किए गए हैं। साथ ही घर से विस्फोटक व आपत्तिजनक साहित्य मिला है।
भूमि पूजन के बाद ही रच रहा था साजिश, अयोध्या में सतर्कता बढ़ी
दिल्ली में शुक्रवार रात पकड़े गए आइएसआइएस के आतंकी अब्दुल यूसुफ खान की गिरफ्तारी के बाद सूबे में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। खासकर अयोध्या, वाराणसी व मथुरा में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में आइईडी के साथ पकड़े गया आतंकी अब्दुल यूसुफ खान अयोध्या में भूमि पूजन के बाद बड़ी वारदात करने की साजिश रच रहा था। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिनके आधार पर और जानकारियां जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। उसके आतंकी संगठनों से कनेक्शन व अन्य ङ्क्षबदुओं को खंगाला जा रहा है। पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।
गहरी रही हैं आतंकियों की जड़ें
सूबे में इससे पहले गणेश चतुर्थी के मौके पर कानपुर में बड़ी घटना की साजिश रची गई थी। एटीएस ने 13 सितंबर 2018 को कानपुर से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमा को पकड़ा था। असम का निवासी कमरुज्जमा कानपुर के चकेरी क्षेत्र में रहकर साजिश रच रहा था और उसके मोबाइल फोन से कई मंदिरों के वीडियो भी बरामद हुए थे। बाद में एटीएस ने उसके छह अन्य साथियों को असम से पकडऩे में कामयाबी हासिल की थी।
मुंबई सीरियल ब्लास्ट से लेकर 50 से अधिक आतंकी घटनाओं में शामिल रहे डॉ.जलीस को यूपी एसटीएफ ने मुंबई पुलिस की सूचना पर बीते दिनों कानपुर से पकड़ा था। वह पैरोल पर छूटने के बाद भाग निकला था। आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद बीते दिनों चंदौली में पकड़ा गया था। आतंकी संगठनों के कई स्लीङ्क्षपग मॉड्यूल भी यूपी में लगातार सक्रिय रहे हैं। एटीएस ने बीते दिनों ही ऐसे ही एजेंट इनामुल हक को बरेली से पकड़ा था।