दिल्ली सरकार वास्तविक कोविड की स्थिति के बारे में अपने झूठ को उजागर होने से बचने के लिए अधिक मात्रा में टेस्ट करने से बच रही है।- अनिल कुमार
अरविंद सरकार कोविड के दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने में विफल रही है जिसके कारण दिल्ली में महामारी ने विकराल रुप में पैर पसारना शुरु कर दिया है।- अनिल कुमार
नई दिल्ली, 29 अगस्त, 2020 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द ने राजधानी में कोविड-19 संक्रमितों के वास्तविक आंकड़ो को छिपाने तथा झूठी वाहवाही लूटने के बेबुनियाद बयानबाजी करके लोगों को गुमराह किया है। जबकि सरकार द्वारा महामारी के फैलने का सही आंकलन करने के लिए पर्याप्त टेस्ट कभी किए ही नही गए।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अब जब राजधानी में कोविड मामले अत्यधिक बढ़ रहे है, जो शुक्रवार को 1808 नए मामले सामने आऐ और कुल कोविड मामले 1 लाख 69 हजार से अधिक है। जबकि मुख्यमंत्री अरविन्द केन्द्र सरकार पर आरोप लगा रहे थे कि वह अधिक टेस्ट नही होने दे रही है, और दूसरे ही दिन दावा कर दिया कि वर्तमान में 20,000 टेस्ट को बढ़ाकर 40,000 प्रतिदिन मतलब दुगना किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को और अधिक परीक्षण करने की अनुमति देने के बावजूद, दिल्ली अभी भी 20,000 टेस्टों की संख्या को पार नहीं कर सकी है, हालांकि उनमें से अधिकांश ज्यादा विश्वसनीय आरटी-पीसीआर परीक्षणों के बजाय कम सटीक रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए हैं।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस मार्च से कोविड-19 लॉकडाउन के पहले दिन से ही मांग कर रही है। कि दिल्ली में टेस्ट बड़े स्तर एक लाख प्रतिदिन होने चाहिए, ताकि यह पता लग सके कि क्या वायरस का सामुदायिक फैलाव तो नही हो रहा है। लेकिन, अरविंद सरकार ने तेजी से टेस्ट करने वाली प्रयोगशालाओं को दंडित किया, जो महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के अरविंद सरकार के घमंड को उजागर करता है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यह विडंबना है कि मुख्यमंत्री अरविंद अब दिल्ली में महामारी के “दूसरे उछाल“ के बारे में चिंता कर रहे हैं, हालांकि वह पहले ही कोविड को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रहे है। लेकिन उन्होंने कोविड को हलके में लेकर लोगों को हाथों को साफ रखने, और सामाजिक दूरियों को बनाए रखने के लिए सैनिटाइज़र का उपयोग करते हुए मास्क पहनने जैसे निवारक कदम को कम करने की अनुमति दी। परिणामस्वरुप दिल्ली सरकार की अनदेखी और लापरवाही के कारण दिल्ली में फिर से कोविड मामलों में बढ़ौत्तरी हुई है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड के मामले बढ़ने से कंटेंटमेंट जोन भी बढ़ते जा रहे है और दिल्ली में कोविड एक बार फिर लोगों के बीच विकराल स्थिति पैदा कर रहा है। चौ0 अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह प्रतिदिन कम से कम एक लाख टेस्ट शुरू करे और दोषारोपण की राजनीति करके लोगों को गुमराह करने की बजाय कोविड के दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करे, ताकि दिल्लीवासियों की कोविड महामारी से सुरक्षा की जा सके।