लखनऊ। अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में विशेष अदालत के समक्ष ग्वालियर से आए आरोपित धर्मेंद्र सिंह गुर्जर ने सोमवार को अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं और उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। अन्य आरोपितों के बयान दर्ज किए जाने के लिए विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने 23 जून की तिथि नियत की है। अदालती कार्यवाही के दौरान सीबीआइ की ओर से विशेष लोक अभियोजक ललित कुमार सिंह, पूर्वेंद्र चक्रवर्ती और आरके यादव मौजूद थे। जबकि, बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता केके मिश्रा व मनीष त्रिपाठी उपस्थित थे।
धर्मदास का बयान नहीं हो सका दर्ज
अदालत के समक्ष यद्यपि आरोपित धर्मदास उपस्थित थे, लेकिन समय शेष न होने के कारण उनका बयान दर्ज नहीं किया जा सका। आरोपित धर्मेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि घटना कांग्र्रेस द्वारा सुनियोजित साजिश थी। उसी द्वारा गुंडों को भेजकर अराजकता फैलाई गई। उन्होंने कहा कि केंद्र की पूर्व कांग्र्रेस सरकार के इशारे पर उन्हें फंसाया गया। वह इस मामले में सफाई साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे।
दूसरी ओर, एनआइसी कार्यालय में अवकाश होने के कारण वृद्ध, बीमार एवं जेल में बंद आरोपितों का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बयान दर्ज किए जाने के लिए पत्र प्राप्त नहीं कराया जा सका। इस कारण आरोपित आरएन श्रीवास्तव का बयान अंकित नहीं किया जा सका। अब अन्य आरोपितों के लिए 23 जून की तारीख तय की गई है। अदालत ने अनुपस्थित आरोपितों की हाजिरी स्वीकार कर ली है।