लखनऊ। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जिलों का दौरा कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को ब्रज में थे। उन्होंने कई शिक्षाविद् खो चुके अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) जाकर वहां के हाल को परखा। साथ ही अधिकारियों से साफ कहा कि कोरोना के टेस्ट में तेजी लाएं और रोगियों को हर हाल में 24 घंटे में ही उपचार की व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री ने नदियों में शवों के बहाने पर चिंता व्यक्त करते हुए नदियों की निगरानी को टीम बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस और कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए अलग से टीम लगाकर तैयारी शुरू कर दी गई है। पीडियाट्रिक्स के आइसीयू के निर्माण हर जनपद में शुरू होंगे। कोरोना के साथ चिंता का कारण बन रही ब्लैक फंगस रोकने के लिए ट्रेनिंग व इसके उपचार की समुचित व्यवस्था लखनऊ से शुरू कर दी है। एक-दो दिन में वर्चुअली सेमिनार करके इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे।
गांवों में जाकर व्यवस्थाओं को भी परखा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सुबह करीब 10:50 बजे आगरा पहुंचकर ब्रज के दौरे की शुरुआत की। अलीगढ़, मथुरा व आगरा जिले का दौरा कर उन्होंने कोविड हास्पिटल, कमांड सेंटर का दौरा करने के साथ अलीगढ़ और आगरा मंडल की समीक्षा भी की। उन्होंने गांवों में जाकर व्यवस्थाओं को भी परखा। अलीगढ़ पहुंचने पर सीएम योगी सीधे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) गए। उन्होंने शिक्षकों की मौत पर दुख जताया और यूनिवर्सिटी के लिए हर तरह के सहयोग की बात दोहराई।
33 साल बाद आए सीएम, योगी पहली बार : एएमयू के कुलपति को हर तरह से सहयोग देने का वादा करने के 48 घंटे के अंदर ही सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ आए। वे सीधे एएमयू गए। उनका अलीगढ़ आना कई मायने में महत्वपूर्ण है। नौ बार अलीगढ़ आ चुके योगी पहली बार एएमयू गए। साथ ही 33 साल बाद कोई सीएम एएमयू आए हैं। इनसे पहले नारायणदत्त तिवारी आए थे। सीएम ने एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में मेडिकल कालेज को आवश्यक आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति सहित हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम ने दिवंगत शिक्षकों के परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। कुलपति ने सीएम से आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की।
सीएम की सतर्कता
- सीएचसी में भी आक्सीजन मिले, इसके लिए राज्य में 20 हजार से भी ज्यादा कंसंट्रेटर की व्यवस्था की है।
- राज्य में पांच से 10 मई के बीच एक लाख संक्रमित रोज मिलने की बात को हमने निर्मूल साबित किया है, लेकिन सतर्कता हमेशा बनाए रखनी होगी।
- बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। संक्रमण के समय में जागरूक मुहिम का साथ दें, नकारात्मक चीजों से बचें।
- प्रदेश में पिछले 12 दिनों में एक्टिव केस लगातार घट रहे हैं। केंद्र सरकार की मदद से 1000 टन आक्सीजन प्रतिदिन प्रदेश को मिल रही है।
- निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग कराई जा रही है। दूसरी लहर में अल्टो एवं एल-थ्री श्रेणी के बेड बढ़ाए गए हैं।