गगन बंसल की खबर
पीड़िता के पिता ने दरोगा पर लगाया फैसले का दबाव बनाने का आरोप
जहाँगीराबाद : कोतवाली क्षेत्र के गांव सिद्धनगला में एक नाबालिग किशोरी को घर में घुसकर आग लगाकर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। बुरी तरह झुलसी पीड़िता के साथ तीन माह पूर्व दुष्कर्म की घटना घटित हुई थी। बुरी तरह झुलसी पीड़ित किशोरी को परिजन नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल से जहां पीड़िता को गम्भीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है वहीं पीड़िता के पिता ने एक महिला सहित सात लोगों के नामजद तहरीर देकर कार्यवाही की गुहार लगाई है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव सिद्धनगला निवासी नाबालिग किशोरी बबीता (बदला हुआ नाम) के परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई जब उनकी नाबालिग बेटी आग की लपटों में झुलसकर बुरी तरह चीख रही थी। परिजनों ने बमुशिकल आग में झुलस रही बबीता के ऊपर कम्बल डालकर आग बुझाई। आनन फानन में परिजन पीड़ित किशोरी को नगर स्थित चिकित्सालय में लाये जहां चिकित्सकों ने गम्भीर रूप से झुलसी हुई किशोरी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल से भी किशोरी की हालत चिंताजनक देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुई घटना की सूचना पर जिला मुख्यालय तक अधिकारियों में हड़कम्प मच गया। घटना की गम्भीरता को देखते हुए एसपी देहात हरेंद्र सिंह, सीओ अनूपशहर अतुल चौबे व डिबाई सीओ वन्दना सहित स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गए और मामले की बारीकी से जांच में जुट गए। पीड़िता के पिता ने पुलिस को तहरीर सौंपकर एक महिला सहित सात लोगों के खिलाफ उसकी पुत्री को घर में घुसकर पेट्रोल छिड़कर आग लगाने का आरोप लगाया है। पीड़िता के पिता का आरोप है कि उसकी नाबालिग पुत्री के साथ तीन माह पूर्व हुए दुष्कर्म के मामले में लगातार फैंसला करने का दबाव आरोपियों द्वारा बनाया जा रहा था। फैंसला करने से इंकार करने पर सभी ने मिलकर उसकी पुत्री को जिंदा आग के हवाले कर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने संजय, काजल पत्नी संजय निवासीगण धामनी, बनवारी, बदन सिंह, वीर सिंह, जसवंत व गौतम सिंह निवासीगण सिद्धनगला के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के गांव में जिस नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया है उसके साथ विगत 14 अगस्त को पड़ोस के ही गांव के एक युवक ने उस समय किशोरी की अस्मत को रौंद डाला जब वह अमरूद लेने गांव की एक बगिया में गई थी। पीड़िता के परिजनों ने गांव धामनी निवासी हरिश्चंद उर्फ चैंटा को भागते हुए देखने का व उसको पकड़कर पुलिस के हवाले करने का दावा भी किया था। जिसे पुलिस ने आरोपी धारा 376, पोक्सो एक्ट व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। वहीं पीड़िता के पिता का आरोप है कि आरोपियों से फैसला करने का लगातार दबाव उन पर बनाया जा रहा था। दुष्कर्म के आरोप में जेल गए आरोपी युवक के परिजन व रिश्तेदार लगातार दुष्कर्म पीड़िता के परिवार पर फैंसले का दबाव बना रहे थे। पीड़िता के पिता ने बताया कि फैंसला ने करने पर पूरे परिवार को अंजाम भुगतने की धमकी भी काफी समय से मिल रही थीं जिसको आज आरोपियों ने सच साबित कर दिया। पहना दिया और मेरी मासूम बेटी को जिंदा जला दिया।
पीड़िता के पिता ने लगाये दरोगा पर गम्भीर आरोप
पीड़िता के पिता का आरोप है कि उसकी नाबालिग बेटी के साथ हुई दरिंदगी की घटना के बाद वह लगातार तीन महीने से स्थानीय कोतवाली के चक्कर लगा रहा था। आरोपियों के परिजनों व रिश्तेदारों द्वारा फैंसले का दबाव बनाने की शिकायत करने के बावजूद कोतवाली में तैनात गांव के हलका इंचार्ज विनयकान्त गौतम ने उसे डरा धमका कर वहां से भगा दिया और भविष्य में कोतवाली न आने की चेतावनी दी।