नोएडा के करीब 14 हजार कर्मचारियों का यदि एक सितंबर तक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) आधार से लिंक नहीं होगा तो वे कर्मचारी भविष्य भविष्य निधि संगठन से जुड़ी सेवाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे। आधार लिंक न होने पर ईसीआर (इलेक्ट्रिक चालान कम रिटर्न) नहीं भरा जा सकेगा।
खाते में आने वाला कंपनी के पीएफ का हिस्सा भी रुक सकता है। साथ ही कोविड 19 एडवांस, बीमा फायदे आदि कई लाभ नहीं प्राप्त कर सकेंगे। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में करीब 8.5 लाख पीएफ खाता धारक हैं। इनमें से 13 हजार 981 कर्मचारियों की आधार संख्या यूएएन से लिंक नहीं हुई है।
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त शशांक दिनकर ने बताया कि आधार को यूएएन से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। कंपनी सिर्फ उन कर्मचारियों के पीएफ और पेंशन मासिक अंशदान का ईसीआर बना पाएंगे, जिनके आधार यूएएन से सत्यापित हैI पहले अंतिम तारीख एक जून थी लेकिन इसे बढ़ाकर एक सितंबर तक कर दिया गया हैI
उन्होंने कहा कि ईपीएफओ इसके जरिए कर्मचारियों खासतौर से कम वेतन वाले पीएफ खाता धारकों के बेमेल रिकार्ड की समस्या को रोकना चाहता है। क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने कहा कि यह जिम्मेदारी कंपनियों को दी गई है लेकिन कर्मचारी भी ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाकर मेंबर लॉगिन करके आधार संख्या को यूएएन से लिंक कर सकते है। यह पुष्टि के लिए कंपनी के पास में जाएगा