नोएडा के जिला अस्पताल में 10 बिस्तर का डेंगू वार्ड बनेगा। शनिवार को वार्ड तैयार किया जाएगा। प्रत्येक बिस्तर पर मच्छरदानी की व्यवस्था भी होगी। वहीं, सेक्टर-30 स्थित बाल चिकित्सालय एवं स्नात्कोत्तर शैक्षणिक शिक्षण संस्थान में बीते करीब एक हफ्ते में दो बच्चों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव है। बुखार पीड़ित बच्चों की एलाइजा किट से डेंगू जांच की गई थी। बाल चिकित्सालय ने इसकी पुष्टि की है।
जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुषमा चंद्रा ने कहा कि अस्पताल में डेंगू वार्ड को लेकर शुक्रवार को शासन से दिशा निर्देश मिले हैं। इसके तहत मेडिसिन वार्ड में 10 बिस्तर का डेंगू वार्ड बनाया जाएगा। अस्पताल में कहीं भी पानी का जमाव न हो, इसको लेकर सफाई कर्मियों को विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
बाल चिकित्सालय एवं स्नात्कोत्तर शैक्षणिक शिक्षण संस्थान की कार्यवाहक चिकित्सा निदेशक डॉ. ज्योत्सना मदान ने बताया कि एक माह में एलाइजा किट से की गई जांच में चार बच्चों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव है। इसमें बीते करीब एक हफ्ते में दो बच्चे डेंगू से पीड़ित मिले हैं।
बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया था और ठीक होने पर छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले बच्चों में बुखार पीड़ितों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक फार्मेट दिया गया है, जिसमें संक्रामक बीमारियों से पीड़ित बच्चों की जानकारी उन्हें भेजी जाती है।
वहीं, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा का कहना है कि बाल चिकित्सालय की ओर से डेंगू मरीजों की रिपोर्टिंग नहीं की जा रही है। 31 अगस्त से दो सितंबर तक बुखार सर्वे कार्यक्रम के तहत 31 अगस्त को 2250, एक सितंबर को 1956 और दो सितंबर को 2605 लोगों की मलेरिया जांच की गई थी। इसमें दो सितंबर को मलेरिया के एक रोगी की पुष्टि हुई थी। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में हुई जांच में अभी तक किसी भी रोगी में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है।