किसानों के धरना प्रदर्शन हों या फिर निवेशकों के लेकिन उत्तर प्रदेश की शो विण्डो माने जाने वाले नोएडा के प्राधिकरण के कानों जूं तक नहीं रेंगती या यूँ कहें बेलगाम हो चुके प्राधिकरण ने इनकी ओर से अपने कान बंद कर लिए हैं । लेकिन किसानों ने भी हार नहीं मानी है निरंतर प्रदर्शनों के बाद आज नोएडा के सेक्टर बरौला में पत्थर मार्केट तोड़े जाने व प्राधिकरण की नीतियों के खिलाफ किसान महा पंचायत की गई जिसमें सेकडों की तादात में किसानों ने हिस्सा लिया ।
सेकडों की तादात में ये लोग गौतमबुध नगर के वो किसान हैं जिन्हें अपने हक की लड़ाई के लिए खेती छोड़ कर सड़कों पर उत्तर कर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है । सुबह से चल रही इस महापंचायत में किसानों के परिवार की महिलाएं भी इस तपती गर्मी में भूखी प्यासी बैठी हुई हैं लेकिन प्राधिकरण की तरफ से अभी तक इनकी कोई सुध नहीं ली गई है । वहीँ किसान नेता बेगराज गुर्जर का कहना है की नोएडा प्राधिकरण सिर्फ किसानों के दमन के लिये कार्य कर रहा है । नए नए तरीकों से किसानों को परेशान किया जाता है । लेकिन न तो प्राधिकरण के अधिकारी सुनने को तैयार हैं और न ही सरकार इनकी सुन रही है । ऐसे किसानों के भूखे मरने की नौबत आ गई है । बेगराज का कहना है कि 2011 में जिस जमीन को किसानों की बताई गई थी और न ही किसानों ने उस जमीन का आज तक कोई मुआबजा लिया है फिर अचानक अब नोएडा प्राधिकरण उस जमीन को अपना बता कर तोड़फोड़ कर रहा है । नोएडा प्राधिकरण का ये तानाशाही रवैया अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । वहीँ किसानों ने भी सख्त लहजे में ऐलान कर दिया है कि यदि उनकी माँग प्राधिकरण द्वारा नहीं मानी गयी तो हजारों की तादात में किसान सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी ।