क्वेटा। पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित गदनी में इन दिनों कबाड़ में खरीदा गया जहाज परेशानी का सबब बना हुआ है। पाकिस्तान की सरकार और बलूचिस्तान का प्रशासन नहीं जानता है कि ये जहाज उनके तट पर कब और कहां से आया है। पाकिस्तान के लिए परेशानी की बात इस बात को लेकर है कि इंटरपोल ने इसको लेकर चेतावनी दी हुई है कि इसमें खतरनाक केमिकल हैं। इस जहाज के गदनी में होने की जानकारी के बाद बलूचिस्तान की पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी (ईपीए) ने उस जगह को सील कर दिया है जहां पर ये खड़ा है। जानकारी के मुताबिक ये जहाज यहां पर कबाड़ में कटने के लिए लाया गया है।
बलूचिस्तान प्रशासन ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन जानना चाहता है कि इंटरपोल की चेतावनी के बाद भी ये जहाज यहां तक कैसे पहुंचा। ईपीए ने इसमें मौजूद सामान का सैंपल लेकर कराची की तीन विभिन्न प्रयोगशालाओं में भेजे हैं। लासबेला के डिप्टी कमिश्नर ने भी इसकी जांच के आदेश जारी किए हैं। इसमें पूछा गया है कि जब पाकिस्तान सरकार को इसकी जानकारी थी कि इस जहाज में खतरनाक केमिकल मौजूद हैं तो फिर ये जहाज यहां कैसे पहुंचा।
बलूचिस्तान के पर्यावरण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर इमरान सईद कक्कड़ का कहना है कि जिस जगह ये जहाज खड़ा है उस प्लॉट नंबर 58 को सील कर दिया है। उनके मुताबिक जिसने ये जहाज खरीदा है उसको भी इसको तोड़ने की इजाजत नहीं दी गई है। उनके मुताबिक इस मामले में कराची लैब से रिपोर्ट ओन के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि इस पर खतरनाक मर्करी के तय मात्रा से अधिक होने का पता चलता है इसके मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। इमरान का कहना है कि ये जहाज मुंबई के एक एजेंट के माध्यम से खरीदा गया था। पाकिस्तान से पहले भारत और बांग्लादेश ने भी इसको कबाड़ में काटने की इजाजत नहीं दी थी।