अंकुर अग्रवाल की ख़बर
गाजियाबाद के मोदीनगर में एक अजीबोगरीब हैरान करने वाला मामला सामने आया है दरअसल मोदीनगर हरमुख पुरी निवासी गुरुवचन लाल बीते दिनों पैरालिसिस के शिकार हो गए थे जिसके बाद उनको इलाज के लिए मेरठ के सुभारती मेडिकल में एडमिट कराया गया इस दौरान उनका कोविड-19 जांच भी कराई गई जिसमें वह पॉजिटिव पाए गए कोविड-19 पाने के बाद गुरु वचन को मेरठ मेडिकल में एडमिट कर दिया गया कल परिवार जन को यह सूचना दी गई गुरुवचन की मौत हो गई है और उसका शव शाम 6:00 बजे तक भेज दिया जाएगा लेकिन परिवार वालों के होश तब उड़ गए जब उन्होंने पार्थिव शरीर का चेहरा देखा…
दरअसल मेरठ मेडिकल से जो शव गुरु वचन के परिवार वालों को भेजा गया वह गुरु वचन का था ही नहीं कोविड-19 पॉजिटिव होने की वजह से बॉक्स में गुरु वचन को बंद कर एड्रेस की जो प्लेट लगाई गई थी वह किसी और बॉडी के बॉक्स पर लगा दी गई और ये सारी लापरवाही मेरठ मेडिकल की है .. इस बात का पता तब चला जब परिजन जब शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंचे और जब उन्होंने लाई गई बॉडी का चेहरा देखा तो सभी के होश उड़ गए…
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट की मौत हो गई और उसका शव किसी और जगह भेज दिया गया हो लेकिन इस तरह की लापरवाही से प्रशासन के उन तमाम दावों की पोल खुलती है जो कि कोविड-19 को लेकर वह करता रहा है…।