नीरज शर्मा की रिपोर्ट
औरंगाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आवाहन पर पूर्व जिलाध्यक्ष ओर मेरठ मंडल उपाध्यक्ष गुड्डू प्रधान और प्रदेश सचिव कैप्टन बिशन सिंह सिरोही की अगुवाई में सैकड़ो पदाधिकारी कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे धरने में थाना पुलिस को चकमा देकर शुक्रवार को शामिल हो गए।दरसल गुड्डू प्रधान को पुलिस गाजीपुर बॉर्डर जाने से रोकना चाहती थी।लेकिन वे पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गए। गुड्डु प्रधान ने बताया कि अब लड़ाई किसानों के मान सम्मान की है।जब तक सरकार कृषि कानून को वापस नही लेती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।उन्होंने बताया कि बुलंदशहर जनपद के किसान आंदोलन में आने शुरू हो गए है।अब आर पार की लड़ाई होगी।इस लड़ाई में एक घर से एक किसान आंदोलन में जरूर पहुँचे। उधर स्याना के पूर्व विधायक और रालोद नेता दिलनवाज़ खान,जिलाध्यक्ष अरुण चौधरी और पक्षिम क्षेत्र के उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह लोधी भी आंदोलन में गाजीपुर बॉर्डर पहुँचे है।पुलिस ने बीती रात औरंगाबाद क्षेत्र में भाकियू पदाधिकारियो के मकान पर पहुँचकर बॉर्डर न जाने की अपील की।जबकि पुलिस को कई भाकियू नेता अपने घरो पर नही मिल सके।पुलिस ने शुक्रवार को भी एक नेता को नज़र बन्द रखा।पूरे दिन पुलिस जहांगीराबाद मोड़ चौराहे पर तैनात रही।