श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज बुधवार सुबह श्रीनगर में 4 पत्रकारों के घर एक साथ छापे मारी की। यह छापेमारी किस मामले में की गई है। पुलिस ने फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं बताया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इस संबंध में जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।हालांकि पुलिस सूत्रों की मानें तो यह छापेमारी ‘कश्मीर फाइट’ ब्लॉग मामले से जुड़ी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहला छापा शौकत अहमद मोटा पुत्र अब्दुल समद के घर शेख हमजा कॉलोनी लाल बाजार में डाला गया। एसडीपीओ नेहरू पार्क के नेतृत्व में पुलिस टीम सुबह उनके घर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस दौरान घर के सभी सदस्यों को एक साथ रखा गया है। यही नहीं जांच प्रक्रिया में किसी तरह की खलल न पड़े इसके लिए घर से न तो किसी को बाहर जाने की इजाजत दी जा रही है और न ही बाहर से किसी का भीतर आने दिया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि शौकत अहमद कश्मीर नैरेटर पत्रिका के प्रधान संपादक हैं। हालांकि यह पत्रिका 2019 से प्रकाशित नहीं हो रही है। यह पहले ग्रेटर कश्मीर में काम करते थे। आउटलुक के लिए भी लिखते रहे हैं। बाद में यह कश्मीर रीडर अखबार से जुड़े और उसके बाद इन्होंने अपनी मैगजीन कश्मीर नरेटर शुरू की। शौकत मोटा अंगना चटर्जी, अरुंधती राय के करीबियों में हैं।
कश्मीर के ही जिस दूसरे पत्रकार के घर में छापामारी की गई है, उनकी पहचान अजहर कादरी पुत्र फारूक कादरी के रूप मेंं हुई है। पुलिस की एक अन्य टीम आज सुबह अबुबकर कालोनी बेमिना पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। अजहर कादरी पहले पीटीआई में काम करते थे । बाद में द ट्रिब्यून के साथ जुड़े। बीते एक साल से वह देश-विदेश की विभिन्न पत्रिकाओं के लिए लिख रहे हैं।
इसकेे अलावा कश्मीर घाटी के ही दो अन्य पत्रकारों के घर भी पुलिस का तलाशी अभियान चल रहा है। यह अभियान महजूर-नगर में कश्मीर उज्मा से जुड़े अब्बास शाह के आवास और टीआरटी तुर्की के लिए काम करने वाले हिलाल मीर के घर पर भी चल रहा है। हिलाल मीर भी ग्रेटर कश्मीर में पहले रिपोर्टर और फिर संपादक के रुप में काम कर चुके हैं। हिलाल मीर हिंदुस्तान टाइम्स में एसोसिएट एडिटर भी रह चुके हैं। कश्मीर रीडर के साथ भी काफी देर तक रहे और 2016 के बाद यह दोबारा ग्रेटर कश्मीर के साथ जुड़े और कुछ विदेशी अखबारों के लिए लिख रहे हैं। हिलाल मीर और शौकत मोटा आपस में अच्छे दोस्त भी हैं। दोनाें अलगाववादी विचारधारा के समर्थक माने जाते रहे हैं।
वहीं जब पुलिस अधिकारियों से इस छापामारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार करते हुए कहा कि जांच प्रक्रिया पूरी होने पर ही इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। वहीं अगर पुलिस सूत्रों की मानें तो यह छापेमारी ‘कश्मीर फाइट’ ब्लॉग मामले से जुड़ी है। पुलिस ने जिस विवादास्पद ब्लाग कश्मीर फाइट्स के मामले में इन लोगों के घराें पर दबिश दी है, उसके बारे में पुलिस ने 17 जुलाई को पांच लोगों काे गिरफ्तार कर दावा किया था कि ब्लाग का संचालक व उसके साथी पकड़े गए हैं। इसके बाद भी ब्लाग पर तीन नए आपत्तिजनक लेख प्रकाशित हुए हैं। बीते रोज भी इस ब्लाग पर कश्मीर के कुछ मीडिया घरानों को लेकर एक आपत्तिजनक लेख प्रकाशित हुआ है।