लखनऊ: लंबे टकराव के बाद आखिरकार योगी सरकार ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत पांच कांग्रेस नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी है। कांग्रेस नेता लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित दो परिवारों से मिल सकेंगे। राहुल और प्रियंका के साथ भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी और एक अन्य नेता लखीमपुर खीरी जाएंगे। इसी के साथ प्रियंका गांधी को हिरासत से रिहा कर दिया गया है। योगी सरकार ने सभी दलों के 5-5 सदस्यों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी।
एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया, राज्य सरकार ने अब पांच के समूहों में लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है। जो कोई भी वहां जाना चाहता है वह अब जा सकता है। राज्य सरकार ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंध लगाए थे, न कि किसी मूवमेंट को प्रतिबंधित करने के लिए।
यूपी सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार, राज्य सरकार ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तीन अन्य कांग्रेस नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी। राहुल गांधी लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। प्रियंका को भी हिरासत से रिहा कर दिया गया है। राहुल के साथ वह भी खीरी जाएंगी।
राहुल ने पीएम मोदी पर साधा था निशाना
इससे पहले राहुल गांधी ने नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने कहा कि आज हिंदुस्तान में तानाशाही है। मंगलवार को पीएम मोदी लखनऊ में थे और लखीमपुर खीरी नहीं जा पाए। राहुल गांधी ने प्रेस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसानों पर आक्रमण हो रहा है, उन्हें जीप के नीचे कुचला जा रहा है। वह आज लखनऊ और लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करेंगे।
प्रियंका के खिलाफ एफआईआर दर्ज
रविवार को हुई हिंसा में 9 लोगों की मौत के बाद विपक्ष के सभी बड़े नेता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। प्रियंका गांधी रविवार रात को ही दिल्ली से लखीमपुर खीरी के लिए निकल पड़ीं हालांकि सीतापुर में उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। प्रियंका गांधी के खिलाफ मंगलवार को धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की गई है। फिलहाल प्रियंका को रिहा कर दिया गया है।