ग्रेटर नोएडा में बकायदा बिल्डरों पर जिला प्रशासन ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है जिला प्रशासन ने अवैध खनन कर 3 करोड़ तीन लाख का सरकार को चूना लगाने वाले बिल्डर एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मनोज कुमार चौधरी को उनके घर ग्रेटर नोएडा गामा फर्स्ट से गिरफ्तार कर दादरी तहसील की हवालात में बंद कर दिया है। यदि बिल्डर सरकार का बकाया 3.3 करोड़ जमा नहीं करता है तो एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर के डायरेक्टर को 14 दिन तक हवालात की हवा खानी पड़ेगी।
सलाखों के पीछे दिख रहा यह बिल्डर एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर मनोज चौधरी है मनोज कुमार चौधरी ने ग्रेटर नोएडा के वेस्ट में स्थित टेक जोन फॉर में इंटरसिटी नाम से प्रोजेक्ट साइड पर बिना प्रशासन से अनुमति लिए अवैध खनन कर फ्लैट बनाने का काम शुरू कर दिया था। जब इस बात का पता जिला प्रशासन को चला तो जिला प्रशासन ने एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ग्रुप के दोनों डायरेक्टर मनोज कुमार चौधरी और विकास भगत को नोटिस दिया इन दोनों बिल्डर ने जिला प्रशासन को नोटिस का जवाब नहीं दिया तो खनन विभाग ने दोनों बिल्डर के खिलाफ 3 करोड़ 3 लाख रुपये की आरसी जार कर दी आरसी जारी होने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर दादरी तहसील की टीम ने बकाया वसूली करने के लिए दबाव बनाया बिल्डर ने प्रशासन को गुमराह करने के लिए 3.3 करोड़ रुपये का चेक दे दिया जोकि बाउंस हो गया उसके बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 25 मई को एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर की ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित इंटरसिटी साइड को सीज कर दिया और बिल्डर की धरपकड़ में जुट गई और बीते दिनों दूसरे डायरेक्टर विकास भगत के घर नोएडा सेक्टर 44 में स्थित घर सी 141 में जिला प्रशासन की टीम ने जब दबिश डाली तो डायरेक्टर विकास भगत टीम को देख घर से पीछे के रास्ते से फरार हो गया तब से आज तलक जिला प्रशासन की टीम लगातार इन दोनों डायरेक्टरों को खोज रही थी जिसके चलते आज दादरी तहसीलदार ए पी सिंह ने अपनी टीम के साथ एस्कॉर्ट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर के डायरेक्टर मनोज कुमार चौधरी को ग्रेटर नोएडा गामा फर्स्ट स्थित उनके घर से दबोच लिया और दादरी तहसील की हवालात में लाकर बंद कर दिया अब देखने वाली बात होगी कि चोर बिल्डर अब मिट्टी चोरी का पैसा कब देता है या तहसील की हवालात में 14 दिन तक बंद रहेगा।