नई दिल्ली। मधु विहार इलाके में रांची आर्मी कैंटिन के संचालक से एक लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। वारदात के वक्त पीड़ित आनंद विहार रेलवे स्टेशन जा रहे थे। बदमाशों ने ट्रेन रद होने का झांसा देकर एक लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने पीड़ित हरगोविंद शर्मा के बयान पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ठगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार हरगोविंद शर्मा मूलरूप से राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं।
वह रांची में आर्मी कैंप में कैंटीन चलाते हैं। 30 दिसंबर को वह अलवर से रांची के लिए निकले। ट्रेन आनंद विहार रेलवे स्टेशन से थी। वह अलवर की बस से धौला कुआं उतरे। वहां से डीटीसी की बस में वह आनंद विहार रेलवे स्टेशन जा रहे थे, गलती से वह वेस्ट विनोद नगर मेट्रो स्टेशन के पास उतर गए। बुजुर्ग वहां उतरकर सड़क पर खड़े चार लोगों से आनंद विहार का रास्ता पूछने लगे, तभी एक युवक ने उनसे कहा कि वह गलत जगह उतर गए हैं। उसने पीड़ित से पूछा कि उन्हें कहां जाना है। पीड़ित ने उसे बताया कि उन्हें आनंद विहार स्टेशन से रांची की ट्रेन लेनी है।
तभी आरोपित ने उनसे कहा कि आनंद विहार से तो ट्रेन रद हो गई है, दूसरी ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से है। वहां रेलवे का एक बड़ा अधिकारी उसका जानकार है, जो टिकट करवा देगा। अगर सफर के दौरान कोई हादसा हो भी गया तो वह उन्हें मुआवजा भी दिलवा देगा। लेकिन अधिकारी पहले उनके पास रकम देखेगा कितनी है, पीड़ित उनके झांसे में आए गए।
आरोपित अपने साथियों के साथ पीड़ित को मंडावली इलाके में ले गया। यहां उन्होंने पीड़ित को एक शख्स से मिलवाया और कहा कि वह अधिकारी का खास आदमी है। बुजुर्ग से उस व्यक्ति को एक लाख रुपये दिलवा दिए। रकम मिलने के बाद आरोपितों ने पीड़ित से कहा कि वह टिकट लेकर आ रहे हैं, फिर वापस नहीं लौटे। पीड़ित ने रांची पहुंचकर दिल्ली पुलिस को ठगी की सूचना दी।