ग्रेटर नोएडा। पुलिस ने बाइक बोट घोटाले के आरोपी विजयपाल कसाना की 1.29 करोड़ की संपत्ति रविवार को कुर्क कर ली। इससे पहले भी बाइक बोट घोटाले के आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। पुलिस का कहना है पुलिस की यह कार्रवाई चलती रहेगी।
विशेष न्यायालय पुलिस आयुक्त के आदेश पर रविवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत विजयपाल कसाना की 1.29 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है। एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि बाइक बोट घोटाले में कार्रवाई की गई है। पुलिस ने विजयपाल कसाना के एक फ्लैट की कुर्की की है। यह फ्लैट अप्पू एनक्लेव रुड़की रोड मेरठ में है। इसकी कीमत 1.29 करोड़ रुपये है। पांडे ने बताया कि पुलिस की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। माफियाओं को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
बाइक बोट मामले में संघर्ष कर रहे रविंद्र चौहान ने आरोप लगाया कि इस मामले में ठगी के अनेक आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी की मांग भी पीड़ित अधिकारियों से करेंगे। रविंद्र चौहान ने कहा कि इस प्रकरण में दर्ज सभी मुकदमों की सुनवाई एक ही जगह उत्तर प्रदेश में हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की जा रही है। पीड़ितों द्वारा इस प्रकरण में लंबे समय से सीबीआई जांच की मांग की जा रही है लेकिन सीबीआई जांच का आदेश इस प्रकरण में अभी तक नहीं हो सका है। अगस्त 2019 में ही गौतमबुद्ध नगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने इस प्रकरण की सीबीआई जांच की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को दी थी। इसके बाद तीन पत्र भी शासन में भेजे गए थे लेकिन अभी तक शासन से इस मामले में सीबीआई जांच को लेकर फैसला नहीं हो सका है। इस प्रकरण में संजय भाटी के बाद सबसे अहम आरोपी बिजेंद्र हुड्डा को माना गया है। वह संजय भाटी के साथ ही सारा काम देखता था। माना जाता है कि बाइक बोट कंपनी में उसकी हैसीयत नंबर-2 की थी। उसके द्वारा ही ठगी के पैसे को विदेश में शिफ्ट कर दिया गया है। इस मामले में पहला मुकदमा दर्ज होते ही वह भारत छोड़कर विदेश में चला गया था। उसके खिलाफ इस प्रकरण में रेड कार्नर नोटिस जारी हो चुका है, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है।