नीरज शर्मा की खबर
एंटीजन किट जांच में लापरवाही पर छह लैब टेक्नीशियन को नोटिस जारी
जांच अफसर ने सभी से तलब किया स्पष्टीकरण, मामले को दबाने का चल रहा प्रयास
बुलंदशहर। आम लोगों की जांच के लिए आई एंटीजन किट बाजार में बेची जा रही है। जिसकी शिकायत मिलने पर और जांच में लापरवाही बरतने पर विभाग के छह लैब टेक्नीशियन को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, मामले में शामिल स्वास्थ्य कर्मी मामले को दबाने में जुट गए हैं।
कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए और समय से संक्रमित की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शासन के निर्देश पर कोरोना की जांच के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से एंटीजन किट खरीदीं गई। एंटीजन से तत्काल संक्रमित की पहचान होने और अन्य स्थानों पर किट न मिलने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने आम लोगों की जांच करने के बजाए एंटीजन किट बाजार में बेच दी और जांच करने के नाम पर रजिस्टर में फर्जी एंट्री कर दी गई। विभाग के एक कर्मचारी ने विभाग के अफसरों से इसका जिक्र किया तो मामला दबा दिया गया। इसके बाद भ्रष्टाचार रोकने के लिए कर्मचारी ने मीडिया और प्रशासन को गुमनाम पत्र लिखा। मामला स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर से बाहर आया तो अफसरों में खलबली मच गई और सीएमओ ने मामले की जांच के निर्देश दे दिए। जांच की जिम्मेदारी एसीएमओ नरेश गोयल को सौंपी गई। वहीं, जांच अधिकारी ने गुमनाम पत्र में घपले के आरोपित छह लैब टेक्नीशियन को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। संबंधित लैब टेक्नीशियन को २० नवंबर से पूर्व अपना जवाब लिखित में जांच अधिकारी को देना है। वहीं, अफसरों का कहना है कि धरातलीय जांच हुई तो कई अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों की भी गर्दन मामले में फंस सकती है। जिससे बचने के लिए मामले को दबाने का प्रयास शुरू हो गया है।
जांच में ये-ये है शामिल
जांच अधिकारी ने मई से अक्तूबर माह तक लैब टेक्नीशियन से कहांकहां पर ड्यूटी की, किस स्थान पर लोगों की जांच की, कितने लोगों की जांच की, जांच रिपोर्ट मौके पर भरी या ऑफिस आकर, जांच के लिए कौन से वाहन का प्रयोग किया, विभाग में कब से तैनाती है, जांच रिपोर्ट स्वयं भरी या किसी अन्य से भरवाइ, कितनी-कितनी किट एक बार में इश्यू की गई, कितनी प्रयोग की, शेष किट का प्रयोग कहा किया, नहीं किया तो किट कहां पर है।
कोट
एंटीजन किट बाजार में बेचे जाने के मामले में एक गुमनाम पत्र मिलने के बाद मामले की जांच एसीएमओ डॉ. नरेश गोयल को सौंपी है। अभी जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। संविदाकर्मी की संविदा समाप्त करेंगे और घपले की रकम की रिकवरी भी कराई जाएगी। – डॉ.भवतोष शंखधर, सीएमओ