नई दिल्ली। इंग्लैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए 25 मई से टीम इंडिया तैयारी शुरु कर देगी। टीम रवानगी से पहले भारत में आठ दिन बबल में रहेगी। इसके बाद ब्रिटेन पहुंचने पर टीम 10 दिनों तक क्वारंटाइन में रहेगी। 18-22 जून के बीच साउथैंप्टन में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला जाना है। खिलाड़ियों के परिवार को भी साथ में यात्रा की अनुमति है। गौरतलब है कि शुक्रवार को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के लिए भारत की 20 सदस्यीय टेस्ट टीम का एलान हुआ।
समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि क्वारंटाइन पीरियड को दो हिस्से में बांट दिया जाएगा, ताकि दो जून को ब्रिटेन पहुंचने के बाद खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर दें। 25 मई को खिलाड़ियों के बबल में आने की उम्मीद है। इसके बाद वे आठ दिन क्वारंटाइन में रहेंगे। यहां उनकी कोरोना टेस्टिंग होगी और वे दौरे की तैयारी करेंगे। दो जून को ब्रिटेन पहुंचने के बाद खिलाड़ी और 10 दिन क्वारंटाइन में रहेंगे। हालांकि, इस दौरान वे ट्रेनिंग करते रहेंगे, क्योंकि वे भारत में बबल से चार्टर प्लेन से इंग्लैंड में बबल पहुंचेंगे। बबल से बबल में पहुंचने के कारण वे ट्रेनिंग कर सकेंगे। इस दौरान लगातार उनकी टेस्टिंग होगी।
अधिकारी ने कहा कि भारत इस दौरे पर इंग्लैंड के साथ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलेगा। पांचवां टेस्ट 14 सितंबर को समाप्त होगा। ऐसे में खिलाड़ियों को तीन महीने से ज्यादा यहां रहना होगा। इसके ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों को परिवार के साथ यात्रा की अनुमति होगी। दौरे की अवधि ही नहीं, कोरोना पाबंदियों के कारण आप कहीं आ जा नहीं सकते। टेस्ट चैंपियनशिपफाइनल और ट्रेंट ब्रिज में इंग्लैंड के खिलाफ 4 अगस्त से शुरू होने वाले पहले टेस्ट के बीच एक महीने का समय होगा। ऐसे में खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार वाले यात्रा करेंगे।