बुलंदशहर से नीरज शर्मा की रिपोर्ट
बुलंदशहर । इस समय पूरे देश में श्री राम मंदिर के शिलान्यास को लेकर उत्साह बना हुआ है। देश के कोने कोने से सनातनी एवं धर्म संसद से जुड़े हुए लोग अपने-अपने शहरों से या अपने अपने मंदिरों से अपनी सामर्थ्य के अनुसार श्री राम मंदिर के शिलान्यास हेतु कुछ ना कुछ भेज रहे हैं।
ऐसे ही एक बुलंदशहर के धर्मगुरु आचार्य मनजीत धर्मध्वज जी ने श्री राम जन्म भूमि के शिलान्यास हेतु विशेष जल, पावन मिट्टी अभिमंत्रित रुद्राक्ष, चांदी के सिक्के, वास्तु दोष यंत्र, सर्प जोड़ा एवं नवरत्न भेजें हैं। बुलंदशहर स्थित श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के धर्मगुरु आचार्य मनजीत धर्मध्वज जी ने बताया की सैकड़ों वर्ष बाद प्रभु श्री राम के मंदिर पुनर्निर्माण का अवसर आया है। इस अवसर पर जहां एक और संपूर्ण भारत वर्ष के धर्मालंबियों में बेहद आत्मिकानंद है। वही संपूर्ण आर्यव्रत की जनता भी प्रभु के श्री राम के मंदिर बनने से खुश है। आचार्य जी ने बताया की जो रुद्राक्ष प्रभु श्री राम जन्म भूमि के शिलान्यास हेतु भेजे जा रहे हैं आचार्य जी उन रुद्राक्ष को स्वयं अपने पूजन गर्भ ग्रह में पिछले 11 वर्षों से विशेष रुप से अभिमंत्रित कर रहे थे उनका कहना है कि वो यह रुद्राक्ष स्वयं महादेव की प्रेरणा से अभिमंत्रित कर रहे थे अब अचानक इस अवसर पर ईश्वर ने उन्हें प्रेरणा दी की इन रुद्राक्ष को अन्य अभिमंत्रित विशेष सामग्री के साथ प्रभु श्री राम जन्म भूमि के शिलान्यास हेतु भेजना चाहिए। जिसके बाद आचार्य जी ने अपने पूजन गर्भगृह से इन रुद्राक्ष को विशेष अभिमंत्रित सामग्री के साथ प्रभु श्री राम की जन्मभूमि शिलान्यास के लिए अयोध्या रवाना कर दिया है। आचार्य जी का मानना है कि श्री राम के मंदिर बनने के बाद एक बार फिर से संपूर्ण आर्यव्रत में राम राज्य की स्थापना होगी और लोग फिर से राम नाम जप कर धर्म का पालन करेंगे। आज पवित्रा एकादशी पर विशेष अभिजीत मुहूर्त में महालिंगेश्वर महादेव के समक्ष रुद्राक्ष समेत विशेष अभिमंत्रित सामग्री को शुद्धि के साथ पूजन में प्रार्थना कर प्रभु श्री राम को समर्पित किया गया।