नई दिल्ली. दुनियाभर में 5G इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2026 तक ग्लोबली करीब 3.5 बिलियन यानी 350 करोड़ लोगों के पास 5G कनेक्शन पहुंच जाएगा। इसका खुलासा Ericsson की लेटेस्ट Ericsson Mobility रिपोर्ट से हुआ है। साथ ही दावा किया गया है कि साल 2026 तक 60 फीसदी कवरेज एरिया तक 5G कनेक्शन की पहुंच हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2026 तक दुनियाभर में 10 में से 4 स्मार्टफोन्स में 5G कनेक्टिविटी होगी। वही साल यानी 2020 के आखिरी तक करीब 100 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास 5G कवरेज का एक्सेस होगा।
क्या होगी भारत की 5G कनेक्टिविटी
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2026 तक भारत में करीब 35 करोड़ लोगों के पास 5G कनेक्टिविटी होगी। हालांकि भारत की 5G कनेक्टिविटी का भविष्य काफी हद तक 5G स्पेक्ट्रम नीलामी पर निर्भर होगा। अगर साल 2021 की शुरुआत में भारत में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, तो भारत साल 2026 तक 3.5 करोड़ 5G कनेक्शन के आंकड़े तक पहुंच सकता है। उस हालात में भारत में साल 2026 तक कुल स्मार्टफोन यूजर्स में से 27 फीसदी लोगों के पास 5G सब्सक्रिप्शन होगा।
5G कनेक्शन में ज्यादा इजाफा नही
भारत की मौजूदा जनसंख्या करीब 135 करोड़ है। ऐसे मे 6 साल बाद भी केवल 27 फीसदी 5G कनेक्शन होगा, उसके लिए भी तय समय पर 5G स्पेक्ट्रम नीलामी का होना अनिवार्य होगा। इसका सीधा मतलब है कि 6 साल बाद भी ज्यादा हालात बदलने वाले नही हैं। भारत में 6 साल बाद भी LTE नेटवर्क का कब्जा बरकरार रहेगा। इस दौरान तक करीब 63 फीसदी यूजर्स को LTE नेटवर्क पर ही काम चलाना होगा। लेकिन इन 6 वर्षों के दौरान इंटरनेट की खपत में काफी बढ़ोतरी हो जाएगी।