विकासनगर: शंकरपुर में व्यापारी के बेटे का अपहरण कर हत्या कर दी गई। आरोपितों पर लाखों का कर्जा था। इस पर उन्होंने अपहरण की योजना बनाई थी और फिरौती में दस लाख मांगे। लेकिन जब बच्चा बार-बार अपनी मां के पास जाने की जिद करने लगा तो उन्हें उसकी हत्या कर दी। आरोपित मोहम्मद अनीस हसन निवासी अमरगढ़ पुरवाला पांवटा साहिब जिला सिरमौर हिमाचल कार चालक है। वह बुकिंग में कार लेकर इधर-उधर जाता है। इस कारण उसका सेलाकुई आना-जाना लगा रहता था। इस दौरान उसकी पहचान वेलिं्डग मिस्त्री आरोपित अनीस निवासी जमनपुर सेलाकुई से हुई थी।
चालक मोहम्मद अनीस ने कार फाइनेंस करराई थी, लेकिन लॉकडाउन में कार न चलने के कारण उसको लोन चुकाना मुश्किल हो गया। वह करीब पांच लाख रुपये का कर्जदार हो गया। इसी तरह से वेल्डिंग मिस्त्री अनीस सलमानी भी 70 हजार रुपये के कर्जे में था। जिसने कमेटी से पैसा लिया था। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी। कर्जा चुकाने लिए दोनों ने बच्चे के अपहरण की योजना बनाई। वेल्डिंग मिस्त्री अनीस सलमानी पिछले तीन माह से शंकरपुर में परचून व्यापारी पप्पू गुप्ता मूल निवासी सिंगोली जिला मोतीहार बिहार के घर के पास एक निर्माणाधीन मकान में गेट आदि बनाने का काम कर रहा था। यहीं पर कार चालक मोहम्मद अनीस का भी आना जाना लगा रहता था। इसके चलते दोनों आरोपितों से पप्पू गुप्ता का पांच साल का बेटा अभय अच्छे से घुल-मिल गया था। इसका फायदा उठाकर दोनों ने बच्चे के अपहरण की योजना बनाई। मंगलवार की देर सायं दोनों ने रेकी की और अभय को घुमाने के बहाने वाहन में बैठा लिया। इस बीच स्वजन यह मान रहे थे कि बच्चा कहीं खेल रहा होगा, लेकिन तब तक काफी देर तक वह घर नहीं आया तो वह उसे ढूंडने लग गए। इस बीच फिरौती के लिए फोन आने पर अपहरण की पुष्टि हो गई। पुलिस क्षेत्रधिकारी वीडी उनियाल ने बताया कि बच्चे को कार चालक मोहम्मद अनीस अपने पांवटा स्थित घर में ले गया। आरोपित के स्वजनों ने जब बच्चे के बारे में पूछा तो उसने बच्चा आरोपित वेल्डिंग मिस्त्री अनीस सलमानी का बता दिया।
मंगलवार देर रात आरोपित कार से बच्चे को नहर किनारे के रास्ते से हथिनीकुंड बैराज होते हुए सहारनपुर के देवबंद ले जा रहे थे। जहां पर आरोपित अनीस सलमानी की बहन रहती है। लेकिन बच्चे के ज्यादा शोर मचाने पर दोनों ने बच्चे को रास्ते में ही गला दबाकर मार दिया। इसके बाद बच्चे को प्लास्टिक के कट्टे में रखकर सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाईवे पर देवबंद के पास पुल से नीचे फेंक दिया।
दो साल पहले बिहार से आकर बनाया था मकान व दुकान
व्यापारी पप्पू गुप्ता दो साल पहले बिहार से शंकरपुर आया था। इसके बाद उसने तीन मंजिला मकान व दुकान बनाई थी। मकान में 42 कमरें हैं। इन कमरों को वह किराये पर देता है। जहां पर व्यापारी ने स्वयं परचून की दुकान खोली हुई है। परिवार में पत्नी व दो बच्चों (पांच साल का अभय व सात साल का सत्या) के साथ रहता था। जैसे ही बच्चे के अपहरण की फोन कॉल आई तो वह रकम का इंतजाम करने लगा।
नहीं थम रहे पीड़ित परिवार के आंसू
बेटे की हत्या के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। स्वजनों के आंसू नहीं थम रहे हैं। आसपास के लोग व रिश्तेदार उन्हें बार-बार ढांढस बंधा रहे हैं। वहीं, सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की।