नीरज शर्मा की रिपोर्ट
अखिल भारतीय साहित्य परिषद में हुआ कार्यक्रम
नगर निवासी एक महिला कवि ने आत्मकथा पर लिखी पुस्तक
बुलंदशहर। नगर निवासी कवियित्री द्वारा आत्मकथा पर लिखी गई पुस्तक का रविवार को विमोचन किया गया। ‘मौन वेदना बोलती’ का विमोचन कार्यक्रम नगर के अखिल भारतीय साहित्य परिषद में आयोजित हुआ। जिसमें जिलेभर के कवियों ने शामिल होने के साथ काव्यपाठ भी किया।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद में आयोजित हुए विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि आचार्य देवेंद्र देव, डॉ. चेतन आनंद, देवेंद्र देव मिर्जापुरी, अरविंद भाटी, चित्रा गोयल, सुधा गोयल, संगीता अहलावत, अनिल गौड़ व किरन चंद्र शर्मा आदि ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया। साथ ही लाइना अहलावत ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कवियित्री संगीता अहलावत ने बताया कि वर्षो से वह काव्य पाठ करती आ रही हूं। हिंदी साहित्य में अभिरुचि रखने पर जनपद का प्रथम दोहा संग्रह ‘मौन वेदना बोलती’ पुस्तक लिखी। जिसमें आत्मकथा, एक पृथक तान, साहित्यिक आंगन की अनूठी वल्लरी, मौन वेदना बोलती, दोहा कुछ ध्यातव्य बातें, श्री गणेश वंदना, मां शारदे वंदना, राधा की अनुभूतियां, इस अनजाने प्रेम में, नारी संचेतना, बेटियां, मां और पिता, बाल दिवस, प्यारी हिंदी, मेरा देश महान, राजनीति के रंग, पर्यावरण प्रदूषण, प्रकृति रूप सौंदर्य, धर्म व्यवहार अध्यात्म और प्रभुभाव आदि शीर्षक दिए हैं। जिसे लोगों ने काफी सराहा भी। वहीं, विमोचन के दौरान कार्यक्रम में शामिल कवि और साहित्यकारों ने भी विचार रखे। इस दौरान पश्चिमी उप्र की क्षेत्रीय कार्यसमिति के सह कोषाध्यक्ष हिंमाशु मित्तल, राजेश गोयल, हरि अंगिरा समेत अन्य लोग और कवि मौजूद रहे।