मुजफ्फरनगर। थाना क्षेत्र के सरधन गांव से लापता हुए बालक का शव तालाब में पड़ा मिला। स्वजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए अज्ञात में तहरीर दी है।
यह है मामला
मूलरूप से घटायन गांव निवासी प्रमोद कुमार स्वजन के साथ 12 वर्ष से सरधन गांव में रह रहे हैं। प्रमोद दौराला क्षेत्र में एंबुलेंस चलाते है, लेकिन वह छह माह से बीमार चल रहे हैं। उनका चार वर्षीय इकलौता पुत्र हंस उर्फ पिप्पी 26 अक्टूबर को खेलते समय अचानक लापता हो गया था। स्वजन और ग्रामीण ने काफी तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला। इसके बाद खतौली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। शनिवार को खेतों पर जाते समय कुछ ग्रामीणों की नजर तालाब किनारे पड़े हंस के शव पर पड़ी। पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया। हंस के चेहरे और गले पर चोट के निशान थे। स्वजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। स्वजन ने आशंका जताई कि बालक की गला दबाकर हत्या की गई और शव ठिकाने लगाने के लिए नाले में फेंका लेकिन वह तालाब में अटक गया।
गुमशुदगी दर्ज कर तलाशना भूल गई पुलिस
हंस की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस ने स्वजन को आश्वासन देकर थाने से टरका दिया था, लेकिन पुलिस ने बालक को तलाश करने की जहमत नहीं उठाई। इस लिए स्वजन से लेकर ग्रामीणों में पुलिस को लेकर गुस्सा था।