नोएडा। यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम 15 जुलाई तक आ जाएगा। छात्रों की मार्कशीट पर केवल उत्तीर्ण लिखा होगा। जिला माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसर परीक्षा परिणाम को लेकर लगातार शासन के संपर्क में हैं।
जिले में यूपी बोर्ड के अंतर्गत 10वीं के छात्रों की संख्या 22 हजार और 12वीं के छात्रों की संख्या लगभग 19 हजार है। कोरोना की पहली लहर की रफ्तार कम होती देख यूपी बोर्ड ने परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। इसके लिए 56 केंद्र बनाए गए थे, लेकिन मार्च और अप्रैल ने कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया। हजारों की संख्या में लोग मर गए। उद्योग-धंधे, स्कूल व अन्य संस्थानों पर ताले लग गए। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं भी टाल दी गईं। कोरोना का कहर फिर भी नहीं थमा और 18 साल से कम उम्रवालों को वैक्सीन न लगती देख सरकार ने तय किया कि बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त कर दिया जाए। इसके बाद परीक्षाएं निरस्त कर दी गईं। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसर के अनुसार, 15 जुलाई तक 10वीं और 12वीं परीक्षा का परिणाम आएगा। मगर इस बार का परीक्षा परिणाम इसलिए खास होगा, क्योंकि पास होने वाले छात्रों की मार्कशीट पर केवल उत्तीर्ण लिखा आएगा। उनके हिंदी, अंग्रेजी, गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान और कला आदि के अंकों का ब्योरा नहीं होगा।
इच्छुक अभ्यर्थी दे सकेंगे परीक्षा
मेहनती, होनहार और जिला टॉप करने के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले छात्रों को लिखी हुई मार्कशीट अखर रही है। ऐसे छात्रों के लिए प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि इच्छुक छात्र परीक्षा दे सकेंगे। जितने भी छात्र परीक्षा देंगे। उन सभी को पुरानी अंकों वाली मार्कशीट जारी होंगी।
फेल छात्र भी हो जाएंगे पास
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसर के अनुसार, हर साल कम से कम 10 फीसदी छात्र फेल हो जाते हैं, लेकिन कोरोना ऐसे छात्रों के लिए सुनहरा मौका बनकर आया है। 10वीं और 12वीं में अंक पाने के लिए संघर्ष करने वाले छात्र भी इस बार पास हो जाएंगे। इसे लेकर छात्रों का एक वर्ग खासा खुश है।
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का परिणाम 15 जुलाई तक आ जाएगा। जो छात्र परीक्षा नहीं देंगे, उनकी मार्कशीट पर केवल पास लिखा आएगा। इच्छुक अभ्यर्थी परीक्षा दे सकते हैं, उन्हें अंकों की मार्कशीट ही उपलब्ध होगी।