नीरज शर्मा की रिपोर्ट
एकमुश्त समाधान योजना के लिए ३१ जनवरी तक हुए रजिस्ट्रेशन
योजना में जिले के १९ हजार २५४ उपभोक्ताओं को किया गया था शामिल
बुलंदशहर। जिले में व्यवसायिक, निजी संस्थान, औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई कोविड-१९ एक मुश्त समाधान योजना रविवार को समाप्त हो गई। योजना में जिले के १९ हजार २५४ उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था। निर्धारित अवधि तक छह हजार ५६८ उपभोक्ता योजना का लाभ उठाने से वंचित रहे। योजना समाप्त होने के बाद पावर कारपोरेशन इनके खिलाफ अभियान चलाकर कनेक्शन काटने की कार्रवाई करेगा।
जिले में व्यावसायिक, निजी संस्थान, औद्योगिक उपभोक्ताओं के बिजली के बिल में लगे ब्याज को माफ करने के लिए दो महीने पहले कोविड-१९ एक मुश्त समाधान योजना शुरू की गई थी। जिससे कोरोना महामारी में उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सके। इसके लिए योजना शुरू की गई, लेकिन निर्धारित तिथि तक १४ हजार २९० शहरी उपभोक्ताओं में ६८.११ फीसदी यानी नौ हजार ७३३ उपभोक्ताओं ने और चार हजार ९६४ ग्रामीण उपभोक्ताओं में ५९.४२ फीसदी यानी दो हजार ९५० उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया। जबकि, चार हजार ५५७ शहरी और दो हजार १४ ग्रामीण उपभोक्ता योजना का लाभ लेने में असफल रहे। अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि अंतिम दिन योजना का लाभ दिलाने के लिए सभी बिलिंग और रजिस्ट्रेशन काउंटर खुले रहे। १९,२५४ उपभोक्ताओं में से १२,६८३ उपभोक्ता की एकमुश्त समाधान योजना का लाभ ले सके हैं। शेष उपभोक्ताओं पर अब अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।