सुशील त्यागी की रिपोर्ट:-
लखनऊ । योगिराज में रस्सी को सांप बनाने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस कब क्या कारनामा कर गुजरे इसका अंदाजा शायद सरकार में बैठे हुक्मरान भी न लगा पाते हों , तभी तो पिछले कई मामलों में सरकार कि किरिकरी कराने के बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस कुछ भी कर गुजरने से बाज नहीं आती है ।
ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आया है जहाँ एक कदम आगे बढ़कर लखनऊ पुलिस ने KUV 100 गाड़ी को मोटर साईकल में ही तब्दील कर डाला । हुआ दरअसल ये कि लखनऊ के लोनहा में रहने वाले सत्यप्रकाश सिंह के घर पर एक पुलिसकर्मी चालान लेकर पंहुचा और साथ ही उनके मोबाइल न0. पर भी चालान की एक कॉपी पहुंची। पहले तो सत्यप्रकाश सिंह को लगा कि पुलिसकर्मी भूलवश उनके घर आ गया है ।
लेकिन जब उन्होंने चालान पर अपना नाम व पता देखा उन्होंने चालान में आगे पढ़ना शुरू किया , लेकिन उनके माथे पर शिकन तब आयी जब उन्होंने उनकी KUV 100 गाड़ी का रजिस्ट्रेशन न० UP-32-JJ-5720 मोटर साइकिल का दर्शाया हुआ देखा । जब तक वो उस पुलिसकर्मी से कुछ कह पाते तब तक वो वहाँ से जा चुका था । अब सत्यप्रकाश सिंह उस चालान को लेकर यातायात विभाग के दफ़्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है । TNI आवाज ने जब इसके बाबत जानकारी जुटाना चाही तो हकीकत कुछ और ही सामने आई । आपको बता दें लखनऊ के यातायात विभाग के दफ्तर में इस तरह के मामले आम हैं । आये दिन दफ़्तर में लोग चालान को हाथ में लिए हुए दफ़्तर के चक्कर लगाते दिख जाएँगे। ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि डिजिटल इण्डिया का ख्वाब देख रहे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सपने को कैसे साकार कर पाएँगे।