मुरादाबाद। मंडल के रामपुर जिले में कोरोना संक्रमण के बाद अब ब्लैक फंगस ने लोगों की जान लेनी शुरू कर दी है। ब्लैक फंगस से महिला की मौत हुई है, जबकि पांच और मरीज मिले हैं। जानलेवा होने के चलते सरकार ने ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित कर दिया है। जिले में इस महामारी से पहली मौत हुई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव यादव ने बताया कि मृतका टांडा की 26 वर्षीय रहमत जहां हैं। महिला को करीब एक सप्ताह पहले आंख में दिक्कत होने पर स्वजनों ने निजी अस्पताल में दिखाया था। वहां से बरेली के श्री राममूर्ति मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई है। उधर, जिले में ब्लैक फंगस के पांच और मरीज मिले हैं। इनमें सांसद आजम खां के भांजे सपा नेता फरहान खां भी ब्लैक फंगस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। उन्हें आंख में दिक्कत होने पर पहले यहां निजी चिकित्सक को दिखाया गया। बाद में उन्हें मुरादाबाद में कांठ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका आपरेशन किया गया है। फरहान खां दो सप्ताह से कोरोना से पीड़ित हैं। इसके अलावा शहर के मुहल्ला राजद्वारा के संजय सक्सेना, मिलक के उसमान, बिलासपुर के मुहल्ला साहूकारा की सोमवती और बिलासपुर के मझरा कला गांव निवासी 46 वर्षीय बाबूराम भी ब्लैक फंगस बीमारी से पीड़ित हैं। इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से मेरठ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है। गौरतलब है कि जिले में ब्लैक फंगस के सात मामले सामने आ चुके हैं। सबसे पहला मामला बिलासपुर तहसील क्षेत्र से आया था। 22 मई को बिलासपुर के ग्राम हामिदाबाद की 39 साल की मैरून जहां पत्नी नबी अहमद जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी, जहां जांच में उसे ब्लैक फंगस की पुष्टि होने पर बेहतर इलाज के लिए मेरठ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया था। उनके पति नबी अहमद ने बताया कि वहां उनकी हालत गंभीर बनी है।