देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड 11 दिसंबर को होगी। परेड की सलामी इस बार राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द लेंगे। हालांकि अभी इसका आधिकारिक कार्यक्रम जारी होना बाकी है। इधर, आइएमए प्रशासन ने पीओपी की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जैंटलमैन कैडेट हर दिन पूर्वाभ्यास में पसीना बहा रहे हैं। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आज आइएमए प्रशासन की स्थानीय पुलिस-प्रशासन के साथ बैठक भी होनी है।
आइएमए प्रशासन के अनुसार, परेड का आयोजन कोविड-19 प्रोटोकाल के साथ किया जाएगा। आइएमए की जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत पूर्व में पीओपी का दायरा सीमित किया गया था। इस बार जैंटलमैन कैडेट के स्वजन भी परेड में शामिल हो सकेंगे। परेड का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। बता दें, भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की स्थापना को 89 साल हो चुके हैं।
एक अक्टूबर 1932 में मात्र चालीस जैंटलमैन कैडेट के साथ शुरू हुआ सफर वर्तमान में 1650 कैडेट तक पहुंच गया है। स्थापना से लेकर अब तक अकादमी देश-विदेश की सेना को 63 हजार 381 युवा अफसर दे चुकी है। इनमें 34 मित्र देश के 2656 विदेशी कैडेट भी शामिल हैं।
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चार दिसंबर से हरिद्वार में होगी तीन दिवसीय बैठक
भारत-तिब्बत समन्वय संघ की विभिन्न मुद्दों को लेकर चार दिसंबर से तीन दिवसीय बैठक हरिद्वार में होगी। बुधवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में भारत-तिब्बत समन्वय संघ के अध्यक्ष प्रो. प्रयाग दत्त जुयाल ने कहा कि बैठक में कैलाश मानसरोवर की मुक्ति, तिब्बत की आजादी, भारत की सीमाओं की सुरक्षा आदि विषयों पर चर्चा होगी। बैठक में देश भर के संघर्षशील, बुद्धिजीवी, रिटायर्ड आइएएस अधिकारी शामिल होंगे। इस मौके पर डा. वंदना स्वामी, नरेन्द्र चौैहान, विजय कौल, मोहनदत्त भट्ट आदि मौजूद रहे।
वन आरक्षियों को बताई विभागीय कार्यशैली
नवनियुक्त वन आरक्षियों को प्रभागों में तैनाती दे दी गई है। देहरादून वन प्रभाग के तहत नियुक्त वन आरक्षियों का स्वागत करते हुए कार्यशैली और कर्तव्यों की जानकारी दी गई। बुधवार को तिलक रोड स्थित प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में नए वन आरक्षियों के स्वागत के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त अखिलेश तिवारी और प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने वन आरक्षियों से परिचय प्राप्त किया।
साथ ही उन्हें विभाग के संबंध में आधारभूत जानकारी देकर पर्यावरण की दृष्टि से वनों की महत्ता और जिम्मेदारी-कर्तव्यों से रूबरू कराया। देहरादून वन प्रभाग में 44 वन आरक्षी की तैनाती हुई है, जिनमें से 17 वन आरक्षियों ने ज्वानिंग दे दी है। इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी घनानंद उनियाल, नत्थीलाल डोभाल, धीरज सिंह रावत, बीरेंद्र सिंह बिष्ट, उदय गौड़, महेंद्र सिंह रावत, जितेंद्र सिंह गुसाईं आदि उपस्थित रहे।