नोएडा। रिश्वत मांगने और गलत बिजली लाइन का प्रस्ताव बनाने के आरोप में निलंबित जेई अतुल आनंद को बहाल कर दिया गया है। जांच के दौरान इस मामले में उनकी संलिप्तता नहीं मिली है। अब उन्हें पिलखुवा में डिस्ट्रीब्यूशन में जेई का ही प्रभार दिया गया है। इस मामले में अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
जेई पर आरोप था कि उन्होंने 660 केवी के कनेक्शन के लिए सेक्टर-153 के उपकेंद्र से स्वतंत्र लाइन का सवा दो करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाया था। इस मामले में एक व्यक्ति ने विद्युत निगम के एमडी से अपने आपको कंपनी का मालिक बताते हुए जेई के खाते में दो लाख रुपये रिश्वत के ट्रांसफर करने का आरोप लगा शिकायत की थी। इसके बाद जेई अतुल आनंद को निलंबित कर जांच शुरू की गई थी। जांच में खुलासा हुआ कि जो व्यक्ति अपने आपको कंपनी मालिक बता रहा है, वह व्यक्ति कंपनी मालिक नहीं है। उसने दो लाख रुपये ठेकेदार के खाते में ट्रांसफर किए थे। जेई के बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर नहीं किए गए। इस मामले में संलिप्तता नहीं मिलने पर जेई अतुल आनंद को बहाल कर दिया गया है। इस मामले में अब अन्य निगम अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है। अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
विद्युत निगम में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर अधिकारी और कर्मचारी के कार्य की निगरानी रखी जा रही है। जांच के बाद निलंबित जेई को बहाल कर दिया गया है।