रेलवे में नॉकरी लगाने का झांसा देकर देस भर के युवाओं से करोड़ों रुपया की ठगी करने वाले गिरोह का पुर्वी दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश किया है । पुलिस ने इन रैकेट में शामिल 5 मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है । पकड़ा गया शातिर कोई बीसीए पास है तो कोई डीयू से बीएससी कर रहा है । एक आरोपी तो स्कूल प्रिंसिपल का बेटा है । पुलिस को इनके पास से 6 लाख 58 हज़ार रुपया ,16 एटीएम कार्ड ,5 पैन कार्ड ,4 आधार कार्ड 29 मोबाइल फ़ोन 12 लैपटॉप बरामद किया है।
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है इक़बाल , यश मलिक,ललित सैनी, इरशाद और नीरज यादव । अच्छे परिवार से ताल्लुक रखने वाला इक़बाल बीएससी ग्रेजुएट है । जबकि इरशाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी की पढ़ाई कर रहा है । नीरज यादव के पिता स्कूल पर प्रिंसिपल रह चुके है ।
इन सभी ने मिलकर लोगों के साथ मिलकर लोगों के साथ मिलकर ऐसी योजना बनाई जिसके खुलासे से पुलिस भी हैरान है ।
इन शातिरों ने देश के युवकों को नॉकरी दिलाने के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया
ठगी के लिए इन शातिरों ने भारत सरकार की वेबसाइट से मिलता जुलता indgovtesoe.com नाम का फर्जी वेबसाइट बनाया और रेलवे में नॉकरी की इच्छा रखने वाले लोगों को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह देना शुरू किया । अपने इस काम के प्रचार प्रसार के लिए इन शातिरों ने बजाफता फर्जी कॉल सेंटर खोल रखा था । जहा से युवाओं को कॉल कर रेलवे में नॉकरी लगाने का झांसा दिया जाता ।
झांसा में फसे लोगों को इन शातिरों की तरफ से रजिस्ट्रेशन और साक्षात्कार के नाम पर मोटी रकम
ऐंठ ली जाती थी ।
पैसा लेने के लिए इन शातिरों ने फर्जी नाम पर बैंक अकाउंट खोल रखा था जिसमें देश के अलग अलग शहरों के युवाओं को झांसा में लेकर पैसा मंगवाया जाता था।
शक न हो इसके लिए ये शातिर ट्रू कॉलर में रेलवे के बड़े अधिकारी का फर्जी एकाउंट बना रखा था ताकि लोगों को काल करने पर यकीन हो कि रेलवे के अधिकारी ने कॉल किया है ।
पुलिस को शुरुवाती जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने अबतक सैकड़ो लोगों से करोड़ो लोंगो को ठगा है । पकड़े जाने पर अब इन शातिरों को अपनी गलती का अहसास हो रहा हैं।
फ़िलहाल अब पुलिस इनसे पूछताछ कर इस बात का पता लगा रही है की इन शातिरों ने अबतक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया।
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