लखनऊ। लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने विश्व की दूसरी सबसे महंगा रेडियोएक्टिव तत्व कैलीफोर्नियम (पैलेडियम) के साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तस्करों के पास से लगभग 340 ग्राम कैलीफोर्नियम रेडियोएक्टिव तत्व जब्त किया है। धातु के प्योरिटी परीक्षण के लिए उसे आईआईटी कानपुर भेजा जाएगा। वास्तविक रेडियोएक्टिव तत्व कैलीफोर्नियम की कीमत 17-1800 करोड़ रुपये प्रति ग्राम के बीच है। इसके अनुसार अगर ये प्योर कैलीफोर्नियम हुआ तो 60-61 अरब रुपये को बरामदगी हुई है। इसको खरीदने और विक्रय करने का अधिकार सिर्फ भाभा एटॉमिक एनर्जी संस्थान को है। अगर धातु प्योर निकली तो ये लखनऊ पुलिस के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
क्या है कैलीफोर्नियम: कैलीफोर्नियम (Californium 252)- कैलीफोर्नियम एक बेहद दुर्लभ रेडियोएक्टिव पदार्थ है जिसे न्यूट्रॉन एंटीमैटर के नाम से भी जाना जाता है । एंटीमैटर की खोज से पहले यह ही दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ था। इसकी खोज साल 1950 में लॉरेन्स बर्कले नेशनल लैबोरेट्री में की गई थी। इसके 1 ग्राम की कीमत 1800 करोड़ रुपए तक है। पेट्रोलियम की खुदाई के समय, कैंसर के इलाज समेत अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में कैलीफोर्नियम धातु का प्रयोग होता है। वहीं एंटीमैटर (Antimatter)दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ है। वैज्ञानिक जानकारियों के अनुसार तमाम इसके सिर्फ 309 एटम (परमाणु) बनाए जा सके हैं। जनवरी 2011 में अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ने बताया कि ये थंडरस्टॉर्म क्लाउड्स के ऊपरी लेयर में भी पाया जाता है।