लखनऊ। सीएए को लेकर लखनऊ में बीते दिनों हुई हिंसा के मामले में प्रशासन अब कार्रवाई के मूड में है। मंगलवार को शहर के अलग अलग इलाकों में टीमों ने उपद्रवी से वसूली के लिए छापेमारी की। इस दौरान खदरा में उपद्रव के आरोपी धर्मवीर का कांपलेक्स सील कर दिया गया।
वहीं इसी इलाके में एक अन्य आरोनी माहेनूर चौधरी की संपति को सीज कर दिया। तीसरे आरोपी की तलाश में हुसैनाबाद जूते वाली गली में छापा मारने गयी टीम के साथ मुहल्ले वालों ने अभद्रता की और आरोपी को भगा दिया। तहसीलदार सदर शंभुशरण के मुताबिक आज सदर तहसील की टीमों ने तीन उपद्रवी से वसूली की कार्रवाई की। सदर में करीब 22 लाख रुपए की वसूली होनी है। सीएएके विरोध में हुए पदों के मामले में 56 उपद्रवियों को जारी की जा चुकी हैैै। अब तक अधिकांश ने नहीं किया अदा किया है। जिन उपद्रवियों ने अब तक हिंसा की भरपाई का जुर्माना नहीं जमा कराया है प्रशासन ने उनकी सपंति सीज कर नीलाम करने और गिरफ्तारी के निर्देश जारी कर दिए हैं। लखनऊ में हुई जबरदस्त हिंसा में निजी और सरकारी संपत्ति को मिलाकर करीब साढे पांच करोड़ का नुकसान हुआ था लखनऊ के पांच थाना क्षेत्रों में उपाधियों ने जमकर तोड़फोड़ और हिंसा की थी कई वाहनों को आग लगा दी थी और दो पुलिस चौकी भी क्षतिग्रस्त हुई थी प्रशासन के निर्देश पर जांच में नुकसान का आकलन करने के बाद आरोपियों को
तहसील की ओर से आरसी जारी की गई थी एडीएम ट्रांस गोमती विश्व भूषण मिश्रा के मुताबिक अब तक अधिकांश उपद्रवियों ने नुकसान का जुर्माना अदा नहीं किया है पदों को हाईकोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली है प्रशासन ने कहा है कि जिन लोगों ने समय निकाल जाने के बाद भी जुर्माना नहीं अदा किया है उनकी कुर्की कर गिरफ्तारी की जाए। आरसी कटने के बाद तहसील प्रशासन कुर्की की कार्रवाई करता इससे पहले ही लॉकडाउन लागू हो गया जिसके चलते यह प्रक्रिया थम गई थी अब लॉकडाउन के बाद एक बार फिर प्रशासन सक्रिय हुआ है।