नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (सिंघु, टीकरी, शाहजहांपुर और गाजीपुर बॉर्डर) पर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन जारी है। इस बीच यूपी गेट पर बुधवार को महापंचायत होगी, जिसमें किसान आंदोलन के मद्देनजर कई अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। वहीं, यूपी गेट पर किसान आंदोलन में शामिल किसान नेता गौरव टिकैत के मुताबिक, उनके दादा और किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के गांव सिसौली मुजफ्फरनगर स्थित गांव में हर माह होने वाली पंचायत इस बार 17 मार्च को यूपी गेट पर आयोजित की जाएगी। इसमें आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
राकेश टिकैत बोले, हम दिल्ली-नोएडा की सीमा को करेंगे सील
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के एक बार फिर से उग्र होने की संभावना है। जरूरत पड़ने पर चिल्ला बॉर्डर को दोबारा सील किया जाएगा। यह बात मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कही। वह नोएडा सेक्टर-145 में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसान जल्द दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को सील करेंगे। हालांकि, किसानों की समिति ने अभी तक इसके लिए तिथि पर फैसला नहीं लिया है लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि किसान तीनों कानूनों के खिलाफ है। सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान कर चुके हैं। यदि ऐसा होता है तो एक बार फिर नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने वालों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। इससे पहले भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने नोएडा दिल्ली बॉर्डर को चिल्ला बॉर्डर को सील किया था। 26 जनवरी की घटना के बाद भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने आंदोलन समाप्त कर यहां से जाने को फैसला लिया था। इसके बाद भी कई सप्ताह तक भारी पुलिस बल नोएडा प्रवेश द्वार पर तैनात रहा। राकेश टिकैत के इस बयान पर पुलिस ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन बयान ने पुलिस महकमे में हलचल पैदा कर दी है।