जयपुर। राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) के वायरल ऑडियो टेप को लेकर चल रही सियासी हलचल के बीच स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एसओजी) ने दर्ज हुई तीनों एफआईआर समेत पूरी पत्रावली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को भेज दी है। एसओजी टीम की ओर से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे बिचौलिए संजय जैन को पूछताछ के लिए एसीबी की टीम प्रोडेक्शन वारंट पर लेकर आएगी।
एसीबी की टीम संजय जैन से पूछताछ कर अपनी जांच आगे बढ़ाऐगी। विधायक खरीद-फरोख्त मामले में एसीबी की ओर से एक एफआईआर दर्ज की गई, जिसकी जांच एएसपी आलोक शर्मा कर रहे है। एफआईआर के आधार पर जांच अधिकारी ने विधायक विश्वेन्द्र सिंह और विधायक भंवर लाल शर्मा को नोटिस भेजे। पहले तीन दिन का नोटिस दिया गया। एसीबी नहीं आने पर जांच अधिकारी की ओर से सात दिन का रिमांइडर नोटिस फिर से जारी किया गया। इसके बाद भी विधायक विश्वेन्द्र सिंह और भंवर लाल शर्मा नहीं आए तो जांच अधिकारी ने वापस से फिर सात दिन का नोटिस जारी किया।पत्रावली जांच के बाद एसीबी करेगी कार्रवाई – एसओजी ने हॉर्स ट्रेडिंग में खुद की ओर से एक और मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से दो एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। स्वयं की ओर से दर्ज एफआईआर में अशोक सिंह और भरत मालानी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। जबकि मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में बिचौलिए संजय जैन को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। तीनों एफआईआर की पत्रावली की जांच होने के बाद एसीबी आगे की कार्रवाई करेगी। एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास जो भी फाइल आएंगी, उनको पहली पूरी स्थिति जानकर आगे विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
एसओजी नहीं दर्ज करेगी बयान – एसओजी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर की जांच एएसपी हरिप्रसाद सोमानी को सौंपी गई थी। उन्होंने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और अन्य को पूछताछ के लिए नोटिस दिया था। अब जिन लोगों को नोटिस जारी किए गए थे, उनसे एसओजी पूछताछ नहीं करेगी। इसके अलावा अन्य एफआईआर की जांच एएसपी धर्मेन्द्र यादव को सौंपी गई, ये रिपोर्ट पर नाममात्र की ही जांच कर पाए थे। इसके अलावा सीआईडी सीबी के एसपी विकास शर्मा को जांच के लिए मानेसर भेजा था तो उन्होंने भी अपने हस्ताक्षर कर विधायक को नोटिस जारी किए थे।