बुलंदशहर। छतारी स्थित श्मशान घाट में जब सलामी के बाद शहीद दरोगा प्रशांत कुमार के पार्थिव शरीर को चिता की तरफ ले जाया गया। तभी उनकी बुआ की बेटी सोनू के पति मथुरा निवासी हुकम सिंह चिता पर लेट गए और सीबीआई जांच की मांग करने लगे। कहा कि पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। योगी जी को बुलाओ। इस घटना के बाद से ही गुमराह किया जा रहा है। केवल आश्वासन ही मिल रहा है। वे काफी देर तक हुकुम सिंह इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने की बात कहते रहे। काफी देर तक हंगामा होने के बाद से किसी तरह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया।
दारोगा की हत्या की सूचना मिलते ही बुलंदशहर के छतारी में शोक की लहर दौड़ गई थी। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थी। परिवार का तो कल से ही रो-रोकर हाल बेहाल है। वहीं जब शव गुरूवार को छतारी में पहुंचा तो स्वजन दहाडे मारकर रोने लगे। बहन भाई के शव को देखकर बेहोश हो गई। पत्नी की रोते रोते हाल बेहाल हो गया। मां रोते हुए कह रहीं थी कि अब मैं किसे बेटा कहकर पुकारूंगी। वहीं अन्य शहीद दारोगा के घर पहुंचे अन्य रिश्तेदार इस माहौल के देखकर अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे।
चार वर्षीय मासूम ने दी मुखाग्नि
छतारी कस्बा निवासी शहीद दरोगा प्रशांत यादव को राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों के बीच अंतिम विदाई दी गई। शिकारपुर विधायक अनिल शर्मा, डीएम एसएसपी आदि ने शहीद दरोगा को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसके बाद करीब दो बजे शहीद के 4 वर्षीय बेटे पार्थ यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। चार वर्षीय बेटे को मुखाग्नि देते हुए यह भी नहीं पता था कि उसके सिर से पिता का साया हट चुका है।
लोग बोले- यूपी पुलिस बदला लो
जब पार्थिव शव शहीद दारोगा के पैतृग गांव पहुंचा तो लोगों की भारी भीड़ जमा हुई थी। लोगों ने प्रशांत कुमार अमर रहे के नारे लगाए तो वहीं लोगों ने यूपी पुलिस से अपील करते हुए बोला कि हत्यारोपितयों पर कार्रवाई होनी चाहिए। लोग साथ में इस बात का नारा भी लगा रहे थे कि यूपी पुलिस दारोगा की हत्या का बदला लो।